अभ्यास कैंप से गैरहाजिर देशभर के 24 पहलवान नहीं दे पाएंगे ट्रायल, डब्ल्यूएफआई का बड़ा फैसला
भारतीय कुश्ती संघ ने अनुशासनहीनता के चलते 24 पहलवानों को ट्रायल में भाग लेने से रोक दिया है। इन पहलवानों ने लखनऊ और दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय अभ्यास ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, सोनीपत। भारतीय कुश्ती संघ ने देशभर के 24 पहलवानों के ट्रायल में भाग लेने पर रोक लगा दी है। ये पहलवान लखनऊ व दिल्ली में लग राष्ट्रीय अभ्यास शिविरों से गैरहाजिर थे। डब्ल्यूएफआई ने कई बार इन पहलवानों को नोटिस जारी कर कैंपों में भाग लेने को कहा था लेकिन ये गैरहाजिर ही रहे। डब्ल्यूएफआई ने इन पहलवानों को 30 सितंबर तक अपना पक्ष रखने को कहा था लेकिन इन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। एक अक्टूबर की शाम को डब्ल्यूएफआई ने आदेश जारी कर इनके ट्रायल में भाग लेने पर रोक लगा दी।
कैंपों में ज्वाइन नहीं किया
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने बताया कि 20 से 26 अक्टूबर तक सर्बिया में होने वाली अंडर-23 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के लिए 20 सितंबर से लखनऊ में लड़कों और दिल्ली के आईजीआई स्टेडियम में महिला पहलवानों का राष्ट्रीय अभ्यास कैंप लगाया गया था। देशभर के 24 पहलवानों ने इन कैंपों में ज्वाइन नहीं किया।
पांच महिला व ग्रीको रोमन के पहलवान शामिल
इस पर भारतीयय कुश्ती संघ ने इन पहलवानों को नोटिस भेजकर कैंप में भाग लेने को कहा, लेकिन पहलवान नहीं पहुंचे। इस पर डब्ल्यूएफआई ने पहलवानों को 30 सितंबर तक अपना पक्ष रखने को कहा, पर किसी भी पहलवान ने जवाब नहीं दिया। पर संघ ने एक अक्टूबर को आदेश जारी कर इनके चार और पांच अक्टूकर को लखनऊ व दिल्ली में होने वाले चयन ट्रायल में भाग लेने पर रोक लगा दी।
इन पहलवानों में फ्री स्टाइल के 14 पहलवान व पांच-पांच महिला व ग्रीको रोमन के पहलवान शामिल हैं। गैरहाजिर पहलवानों में पांच दिल्ली, तीन हरियाणा और चार उत्तर प्रदेश के शामिल हैं। संजय सिंह ने बताया कि पहलवानों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है।
इन पहलवानों पर लगाई गई है रोक
दिल्ली के अंकुश, सौरभ सहरावत, रौनक, नितिका व अंकित, उत्तर प्रदेश के सौरभ यादव व अनुज गौतम, जूली व विवेक, चंडीगढ़ के तनुज आंतिल, महाराष्ट्र के श्रेयश, प्रतीक, रोहन व अभिषेक, तेलंगाना के पी. निखिल, हरियाणा के संदीप, रमेश गौतम व अमन राठी, पंजाब के शाहबाज सिंह व जस्टिन सिद्धू, गुजरात की निशा, हिमाचल प्रदेश की कृतिका, मध्य प्रदेश की माधुरी और कर्नाटक के के. संजीवन।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।