सोनीपत में निजी बैंक के मालिकों पर 45 करोड़ की ठगी का आरोप, विदेश भागने की आशंका; पुलिस ने दर्ज किया केस
सोनीपत में एक निजी बैंक के मालिकों पर 45 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगा है। निवेशकों ने बैंक मालिकों पर पैसे लेकर भागने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश कर रही है। निवेशकों को अपनी जीवन भर की कमाई डूबने का डर है।

पीएनएल बैंक के मालिकों पर ठगी का आरोप।
जागरण संवाददाता, गोहाना। क्षेत्र के लोगों ने सेक्टर सात स्थित पीएनएल बैंक के मालिकों पर लगभग 40-45 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप लगाया है। ग्राहकों को आशंका है कि आरोपी बैंक को दिवालिया घोषित कर विदेश भाग सकते हैं। इस संबंध में एसडीएम को शिकायत दी थी।
इसके साथ में खाताधारकों ने प्रदेश के सीएम, डीजीपी, सीपी और डीसीपी गोहाना को शिकायत दी। शहर थाना में चार नामजद पर केस दर्ज किया गया। आरोपित पवन, राजेश हुड्डा, राकेश और कौशल हैं। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
खाताधारकों के अनुसार उन्होंने बैंक में आरडी, एफडी और डीडीएस सेविंग खाते खुलवाए थे। जब आरडी और एफडी का समय पूरा हुआ, बैंक के मालिक अचानक लापता हो गए। कर्मचारियों ने बैंक गए ग्राहकों को धक्के मार कर बाहर निकाल दिया और धमकी दी कि तुम्हारा एक भी पैसा वापस नहीं मिलेगा, तुम कहीं भी चले जाना।
अगर दोबारा यहां आए तो तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा। खाताधारकों के अनुसार थोड़े दिन बाद बैंक के कर्मचारियों ने कहा कि बैंक बंद हो गया है, इसका पोर्टल भी बंद हो गया है, अब तुम्हें रिफंड मिलेगा, इसके लिए तुम अपने मूल दस्तावेज जमा करवा दो।
बैंककर्मियों पर भी लगे आरोप
खाताधारकों का कहना है कि बैंक के कर्मचारी व मालिक आपस में मिले हुए हैं और कोई भी पैसे की वापसी की गारंटी नहीं दे रहा है। बैंक के मालिक बैंक को दिवालिया घोषित कर विदेश भाग जाने की फिराक में हैं। खाताधारकों का कहना है कि जब वे मालिकों को फोन करते हैं तो वे कहते हैं कि रिफंड का फार्म भर दो, तुम्हारे पैसे दो-तीन साल में वापस मिल जाएंगे।
अगर कहीं शिकायत की तो एक भी पैसा वापस नहीं मिलेगा। इसके साथ में जान से हाथ धोने की धमकी दी जा रही है। खाताधारकों ने आरोपितों की गिरफ्तारी और जान-माल की रक्षा करने की मांग की।

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