यमुनानगर में 9 सूदखोरों पर केस, मोटा ब्याज लगा 45 हजार के डेढ़ लाख और एक के तीन लाख मांग रहे थे
यमुनानगर में दो अलग-अलग मामलों में नौ सूदखोंरों पर केस दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि सूदखोरों ने उनसे भारी ब्याज वसूला और ब्लैंक चेक लेकर कोर्ट केस में फंसाने की धमकी दी। पीड़ितों का कहना है कि वे मूल रकम से कई गुना ज्यादा पैसे दे चुके हैं फिर भी उन्हें परेशान किया जा रहा है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, यमुनानगर। मोटा ब्याज लगाकर 45 हजार के डेढ़ लाख और एक लाख के तीन लाख रुपये मांगने वाले नौ सूदखोरों के खिलाफ यमुनानगर के सेक्टर 17 और शहर जगाधरी थाना में केस दर्ज किए गए हैं। दो अलग-अलग मामलों में यह कार्रवाई की गई है। मोटे ब्याज समेत रुपये न लौटाने पर सूदखोर ब्लैंक चेक लगाकर कोर्ट केस में फंसाने धमकी दे रहे थे।
सेक्टर 17 थाना पुलिस को दी शिकायत में कल्याणनगर निवासी अमरजीत सिंह उर्फ अंडा ने बताया कि उसने पांच वर्ष पहले देवी भवन बाजार जगाधरी निवासी प्रवीण कुमार से दो लाख 35 हजार रुपये, उसके दामाद मुखर्जी पार्क निवासी अरूण कुमार, दोस्त गुलाबनगर चौक निवासी जयदेव से साढ़े चार लाख रुपये ब्याज पर लिए थे। तीनों उससे 15 प्रतिशत की ब्याज से रुपये वसूलते रहे।
बाद में यह कर्ज उतारने के लिए वाल्मीकि बस्ती निवासी रवि वाल्मीकि से चार लाख 30 हजार रुपये, जोहड़ीपुरा निवासी विकास से दो लाख रुपये दस प्रतिशत ब्याज पर लिए थे। इसके अलावा तीन वर्ष पहले भूखड़ी निवासी जोनी फाइनेंसर से एक लाख रुपये लिए थे। इसी तरह से काली मंदिर जगाधरी निवासी श्यामू से 50 हजार रुपये लिए थे।
इन सभी का कर्ज उतारने में और कर्जा बढ़ता चला गया। आरोपितों ने गारंटी के तौर पर चेक लिए हुए थे। अब इन सभी फाइनेंसरों को कई गुणा रुपये वापस कर चुका हूं लेकिन इनका कर्ज पूरा नहीं हो रहा है। अब यह कोर्ट में चेक लगाने की धमकी दे रहे हैं। इन फाइनेंसरों से तंग आकर 17 महीने पहले यहां से शहर छोड़ने को मजबूर होना पड़ा।
वहीं शहर जगाधरी थाना पुलिस को दी शिकायत में दड़वा निवास सुमेर चंद ने बताया कि अक्टूबर 2021 में राजाराम कालोनी निवासी चरणदास व उसके बेटे लक्ष्मी से ब्याज पर 45 हजार रुपये लिए थे। जिसमें से 32 हजार रुपये वापस कर चुके हैं। अब भी उस पर एक लाख 45 हजार रुपये निकाले जा रहे हैं। आरोपितों ने ब्याज पर दिए गए रुपयों के बदले में ब्लैंक चेक लिए थे। उसे पांच प्रतिशत की ब्याज दर से रुपये वापस किए थे।
अब आरोपित उस पर एक लाख 45 हजार रुपये वापस करने का दबाव बना रहे हैं। मना करने पर उसके चेक बैंक में लगाकर कोर्ट केस में फंसाने की धमकी दे रहे हैं। कई बार आरोपित घर पर आकर धमकी भी दे चुके हैं। घर से सामान तक उठा ले गए। पुलिस ने केस दर्ज किया। इस मामले में लक्ष्मी चंद को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
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