हिमाचल प्रदेश में पशु तस्करी का खुलासा,16 भैसें जब्त; यूपी के सहारनपुर होनी थी सप्लाई
बिलासपुर में पशु तस्करी के मामले बढ़ रहे हैं। स्वारघाट पुलिस ने कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर 16 भैंसों से भरी दो पिकअप पकड़ीं जिन्हें सहारनपुर ले जाया जा रहा था। पकड़े गए दोनों आरोपित हमीरपुर के मुस्लिम समुदाय से हैं। एक माह में पशु तस्करी का यह चौथा मामला है जिसमे आरोपी मुस्लिम समुदाय से है।

जागरण संवाददाता, बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश में पशु तस्करी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। शुक्रवार रात स्वारघाट पुलिस ने कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर थापना में 16 भैसों से भरे दो पिकअप वाहन पकड़े हैं। इनमें भरी गई भैंसों को सहारनपुर (उत्तरप्रदेश) ले जाया जा रहा था।
दोनों ही मामलों में पकड़े गए दोनों आरोपित जिला हमीरपुर के रहने वाले हैं और मुस्लिम समुदाय से संबंधित हैं। पहले मामले में स्वारघाट पुलिस ने थापना में नाकेबंदी के दौरान एक पिकअप नंबर एचपी-55-सी-6375 को रोका तो उसके अंदर तीन भैंसें व पांच छोटे कट्टे ठूस-ठूस कर भरे गए थे। वाहन चालक की पहचान 42 वर्षीय मोहम्मद रफीक निवासी तरकेरी, डाकघर भूंपल, तहसील नादौन जिला हमीरपुर के रूप में हुई है।
दूसरे मामले में इसी नाके में बिलासपुर की तरफ से पिकअप नंबर एचपी-67-7683 आई जिसे रोककर चेकिंग की गई तो अंदर चार भैंसे व चार छोटे कट्टे भरे गए थे। चालक की पहचान 28 वर्षीय सौकत अली निवासी गांव कनकरी, डाकघर डिडवीं टिक्कर, तहसील व जिला हमीरपुर के रूप में हुई है। पुलिस जांच में पता कि चला कि ये लोग इन पशुओं को सहारनपुर लेकर जा रहे थे।
पता चला है कि सहारनपुर में हर शनिवार व रविवार को पशुओं की मंडी लगती है। इस मंडी में विभिन्न राज्यों से पशु लाकर बेचे जाते हैं। जिला बिलासपुर में पशु तस्करी का यह पहला मामला नहीं पकड़ा गया है, बल्कि एक माह में चौथा मामला दर्ज हुआ है। बड़ी बात यह है कि इन सभी मामलों में आरोपित मुस्लिम समुदाय के हैं।
सामान्य ट्रक में ले जाए जा सकते हैं अधिकतम चार से पांच छोटे पशु एक पिकअप में इतने अधिक पशु ले जाना गंभीर पशु क्रूरता का मामला है। नियमों के अनुसार सामान्य ट्रक में अधिकतम चार से पांच पशुओं को ले जाया जा सकता है। इसके विपरीत पिकअप में आठ-आठ पशु कैसे रखे होंगे, इसका अंदाजा खुद लगाया जा सकता है।
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