हिमाचल के शख्स की नाराजगी से सब हैरान, आए दिन कर देता है हाईवे बंद; HC का आदेश भी नहीं माना
बिलासपुर में मटोर-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंगरोट में हाईवे बंद करने का मामला फिर गरमा गया है। राजनकांत नामक व्यक्ति ने हाईवे की जमीन पर दावा करते हुए मलबा डालकर मार्ग बाधित कर दिया है। राजनकांत का कहना है कि हाईवे की 17 बिस्वा भूमि उनकी है जो प्रशासन की निशानदेही में निकली है।

जागरण संवाददाता, बिलासपुर। मटोर-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंगरोट में हाईवे बंद करने एवं खोखा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।
राजनकांत ने एक बार फिर से हाईवे बंद करना शुरू कर दिया है। हाईवे की जमीन पर दावा करने वाले मंगरोट के राजनकांत ने हाईवे की लेन पर मलबा फेंक कर कब्जा कर रखा है।
इस कारण हाईवे की एक लेन करीब 200 मीटर तक बाधित हो गई है। राजनकान्त का दावा है कि हाईवे की 17 बिस्वा भूमि उनकी है, जो प्रशासन की निशानदेही में ही निकली है।
हाईवे की जमीन पर अपना दावा ठोका
बता दें कि मंगरोट हाईवे विवाद करीब तीन साल से अधिक समय से चल रहा है। दिसंबर 2022 में उच्च न्यायालय के आदेश पर मंगरोट में हाईवे के किनारे से राजनकांत शर्मा के खोखे को हटाया गया था। राजनकांत शर्मा ने तब हाईवे की आठ बिस्वा भूमि पर अपना दावा किया।
हाईवे पर खोखा भी लगा दिया जिसे हटाने में प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। मामले में कोई परिणाम नहीं निकलने पर राजनकांत ने मार्च 2023 में फिर से खोखा लगा दिया था।
तब प्रशासनिक अधिकारियों के निशानदेही करने के आश्वासन पर राजनकांत ने खोखा हटाया था। इसके बाद निशानदेही की गई जिसमें हाईवे आठ बिस्वा भूमि निजी पाई गई।
अपनी भूमि वापस चाहता है शख्स
इस निशानदेही के विरोध में लोक निर्माण विभाग ने तहसीलदार कोर्ट में अपील दायर की। कोर्ट के आदेश पर इस साल जनवरी में फिर निशानदेही की गई।
निशानदेही में पाया गया कि लोक निर्माण विभाग ने हाईवे को राजनकांत की मां के नाम पर 17 बिस्वा भूमि से होकर निकाला है। राजनकांत प्रशासन ने अपनी भूमि को वापस देने की मांग कर रहा है।
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