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    Himachal Rain: भारी बारिश का कहर, हिमाचल में 637 ट्रांसफार्मर खराब व 364 सड़कें बंद, इस जिले में सबसे ज्यादा दिक्कत

    Updated: Sun, 17 Aug 2025 02:01 PM (IST)

    Himachal Pradesh Heavy Rainfall हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने 20 अगस्त तक भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश बाढ़ और भूस्खलन के कारण 637 ट्रांसफार्मर खराब हो गए हैं जिससे कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित है। तीन राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 364 सड़कें बंद हैं जिससे यातायात प्रभावित है और बागबानों को सेब पहुंचाने में कठिनाई हो रही है।

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    जिला मंडी के टकोली में हाईवे पर आई बाढ़। जागरण

    राज्य ब्यूरो, शिमला। Himachal Pradesh Heavy Rainfall, हिमाचल प्रदेश में बरसात से जल्दी राहत मिलने के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग की ओर से जारी गए ताजा पूर्वानुमान के अनुसार 20 अगस्त तक वर्षा का क्रम जारी रहेगा। 17 अगस्त को कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर और 18 अगस्त को कांगड़ा और सिरमौर में कुछ एक स्थानों पर भारी वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया गया है।

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    हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश, बाढ़ व भूस्खलन के कारण 637 ट्रांसफार्मर खराब हैं। इस कारण कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बंद है और कई गांव अंधेरे में हैं। मंडी में 448, लाहुल स्पीति में 112, कुल्लू में 64  ट्रांसफार्मर खराब हैं।

    तीन एनएच समेत 364 सड़कें बंद

    प्रदेश में तीन एनएच जिनमें मंडी में एनएच 03, किन्नौर में एनएच 05, कुल्लू में एनएच 305 सहित 364 सड़कें बंद हैं। प्रदेश में बंद सड़कों में मंडी में 201, कुल्लू में 63, सिरमौर में 28, कांगड़ा में 25, शिमला में 11, चंबा में 12 सड़कें बंद हैं। इन्हें खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके कारण आवाजाही प्रभावित है। उधर सेब सीजन के दौरान सड़कों के बंद होने से बागबानों को बाजार तक सेब पहुंचाने में मुश्किल आ रही है।

    कांगड़ा में सबसे ज्यादा 110 मिलीमीटर वर्षा दर्ज

    प्रदेश में बीते चौबीस घंटों के दौरान कांगड़ा में सबसे अधिक 110, नगरोटा सूरयां में 107, नाहन में 103, पांवटा साहिब में 69 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। 

    2144 करोड़ रुपये का नुकसान

    प्रदेश में ये बरसात बहुत अधिक नुकसान कर रही है जिसके कारण जान माल का बहुत नुकसान हो रहा है। बहुत अधिक वर्षा के कारण नदियां उफान पर हैं। कई स्थानों पर नदियों के साथ घरों को खाली करवाया गया है। प्रदेश में नुकसान का आकलन 2144 करोड़ रुपये पहुंच गया है। प्रदेश में बादल फटने की अभी 36, अचानक बाढ़ की 74 और भूस्खलन की 61 घटनाएं हुई हैं। प्रदेश में 566 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं और 1819 मकानों 360 दुकानों और 2174 गौशालाओं को नुकसान हुआ है।

    बरसात में 262 लोगों की हो चुकी है मौत

    प्रदेश में 20 जून से मानसून की दस्तक के बाद अब तक 262 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि इसी दौरान 125 लोग सड़क हादसों  के कारण मौत का शिकार बने हैं। वर्षा भूस्खलन, डूबने आदि के कारण 136 लोगों की मौत हुई है। कुल मौत में भूस्खलन व अचानक बाढ़ के कारण 18, बादल फटने के कारण 17, डूबने से 27, आग के कारण दो और सांप के काटने से 13 की मौत हुई है।

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