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    ऊना में माफ‍िया ने अवैध खनन से किया 35 करोड़ का कारोबार, अब संपत्ति अटैच करने की तैयारी में ईडी

    By JagranEdited By: Rajesh Kumar Sharma
    Updated: Mon, 26 Sep 2022 12:42 PM (IST)

    Himachal Pradesh Una Mining Mafia प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ऊना में हुए अवैध खनन मामले में आरोपितों की संपत्ति अटैच कर सकता है। इस बारे में और सुबूत एकत्र किए जा रहे हैं। अब तक की जांच में 35 करोड़ के अवैध कारोबार का पता लगा है।

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    प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ऊना में हुए अवैध खनन मामले में आरोपितों की संपत्ति अटैच कर सकता है।

    शिमला/ऊना, जागरण टीम। Himachal Pradesh Una Mining Mafia, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ऊना में हुए अवैध खनन मामले में आरोपितों की संपत्ति अटैच कर सकता है।  इस बारे में और सुबूत एकत्र किए जा रहे हैं। अब तक की जांच में 35 करोड़ के अवैध कारोबार का पता लगा है। यह जांच हिमाचल पुलिस के आग्रह पर हो रही है। डीजीपी संजय कुंडू ने मनी लान्ड्रिंग के एंगिल से जांच का जिम्मा ईडी को सौंपा था। अवैध खनन हो या नशे की तस्करी का मामला, राज्य पुलिस ने 32 से अधिक मामलों को प्रवर्तन निदेशालय के हवाले कर चुकी है। गौरतलब है कि ईडी ने मैसर्स लखविंदर सिंह स्टोन क्रशर, मानव खन्ना, नीरज प्रभाकर, विशाल उर्फ विक्की के ऊना, मोहाली, पंचकूला और अन्य ठिकानों पर दबिश दी थी। इस दौरान 15 लाख 37 की नगदी समेत कई अहम दस्तावेज कब्जे में लिए गए।

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    जांच से पता चला है कि स्वां नदी में आरोपितों ने 35 करोड़ का अवैध कारोबार किया है। यह जांच पिछले वर्ष ऊना पुलिस द्वारा दर्ज केस के संबंध में की गई है। अब ईडी ऊना में दबिश दे सकती है। आरोपितों की संपत्ति अटैच की जा सकती है।

    ईडी टीम लगातार कर रही जांच

    ऊना में स्टोन क्रशर के मालिक पंजाब के मोहाली निवासी लखविंदर सिंह को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा दिल्ली में इमिग्रेशन विभाग ने हिरासत में लिया था। क्रशर मालिक लंदन से वापस आ रहा था। इमिग्रेशन विभाग ने इसकी सूचना प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को दी है, ताकि आगामी कार्रवाई की जा सके। ईडी की टीम लखविंद्र के स्टोन क्रशर पर गत 19 सितंबर से लगातार दबिश देकर निरीक्षण में जुटी है। ऊना पुलिस थाना में दर्ज अवैध खनन के एक मामले को पुलिस विभाग ने ईडी को जांच के लिए सौंपा था।