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    Mandi News: आपदा के बीच साहस की मिसाल बनीं कमला देवी, छलांग लगा पार किया नाला; बच्चे को लगाए जीवन रक्षक टीके

    Updated: Fri, 22 Aug 2025 05:12 PM (IST)

    मंडी जिले के चौहारघाटी में स्वास्थ्य कार्यकर्ता कमला देवी ने विपरीत परिस्थितियों में भी अपने कर्तव्य का पालन किया। भारी वर्षा और भूस्खलन के बीच उन्होंने उफनते नाले को पार कर दो माह के शिशु को टीका लगाया। ग्रामीणों ने उनके साहस और निष्ठा की सराहना की। बीएमओ पद्धर डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि कमला देवी का जज्बा अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के लिए प्रेरणा है।

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    Mandi News: छलांग लगा कर नाला पार करती महिला स्वास्थ्य कर्मी। फोटो जागरण

    आशीष भोज, पद्धर (मंडी)। प्राकृतिक आपदा के बीच जहां लोग अपने घरों से बाहर निकलने से भी कतराते हैं, वहीं मंडी जिले के चौहारघाटी की एक महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने अपने कर्तव्य से मुंह न मोड़कर समाज के सामने सच्ची सेवा का उदाहरण पेश किया है।

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    स्वास्थ्य खंड पद्धर के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुधार में तैनात कमला देवी ने साबित किया है कि जिम्मेदारी व जज्बा किसी भी विपरीत परिस्थिति को हरा सकता है।

    इन दिनों चौहारघाटी में लगातार वर्षा व भूस्खलन से स्थिति गंभीर बनी हुई है। कई गांवों का संपर्क पूरी तरह कट चुका है, पुल व संपर्क मार्ग बर्बाद हो गए हैं, नाले-खड्ड उफान पर हैं। ऐसे में मरीजों तक दवाएं व टीके पहुंचाना किसी चुनौती से कम नहीं। बीएमओ पद्धर डॉ. संजय गुप्ता ने बताया कि 18 अगस्त की रात कोरतंग व कुंगड़ी क्षेत्रों में आई अचानक बाढ़ ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया था।

    इस दौरान हुरंग गांव में एक दो माह के शिशु का टीकाकरण होना जरूरी था। स्थिति बेहद जोखिम भरी थी, लेकिन कमला देवी ने हिम्मत दिखाते हुए वैक्सीन का डिब्बा कंधे पर उठाया व उफनते स्वाड़ नाले को छलांग लगाकर पार किया। उन्होंने जान जोखिम में डालकर गांव पहुंचकर शिशु को जीवन रक्षक टीके लगाए।

    ग्रामीणों का कहना है कि इस स्थिति में बाहर निकलना आम आदमी के बस की बात नहीं, लेकिन कमला देवी ने जिस साहस और निष्ठा के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाई, वह प्रशंसनीय है। उनकी इस सेवा भावना को लोग कभी भूल नहीं पाएंगे। स्थानीय लोगों ने कहा कि कमला देवी का यह कदम न केवल एक बच्चे की जिंदगी बचाने वाला साबित हुआ, बल्कि पूरे प्रदेश के स्वास्थ्य कर्मियों के लिए प्रेरणा बन गया।

    डॉ. गुप्ता का कहना है कि विपरीत परिस्थितियों में भी अपने कर्तव्य को प्राथमिकता देना ही एक सच्चे स्वास्थ्य कर्मी की पहचान है। कमला देवी का जज्बा बताता है कि सेवाभाव और कर्तव्यनिष्ठा अगर दिल में हो, तो कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती।