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    Kangana Ranaut: 'जनप्रतिनिधि आते-जाते रहेंगे अपना रवैया बदलें' दिशा की बैठक में सांसद ने क्यों लगाई अधिकारियों को फटकार?

    By HANS RAJ SAINIEdited By: Rajesh Sharma
    Updated: Wed, 29 Oct 2025 04:37 PM (IST)

    मंडी की सांसद कंगना रनौत ने दिशा बैठक में अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि जनप्रतिनिधि तो आते-जाते रहेंगे, पर अधिकारियों को अपना रवैया बदलना होगा। उन्होंने विकास कार्यों को गति देने और जनता की समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए। कंगना ने जनता की सेवा के लिए तत्पर रहने और अधिकारियों से भी इसी भावना से काम करने का आग्रह किया।

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    मंडी में दिशा की बैठक की अध्यक्षता करती सांसद कंगना रनौत। जागरण

    जागरण संवाददाता, मंडी। संसदीय क्षेत्र मंडी की सांसद कंगना रनौत ने स्पष्ट कहा है कि जनप्रतिनिधि तो आते-जाते रहेंगे, लेकिन अधिकारियों को जनता की सेवा के प्रति अपना रवैया बदलना ही होगा। उन्होंने चेताया कि विकास कार्यों में किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 

    बुधवार को मंडी में आयोजित दिशा (जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति) की बैठक में कंगना ने विभागीय कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों से सख्त लहजे में कहा कि वह पुरानी रिपोर्टों पर निर्भर न रहें, बल्कि जमीनी स्तर पर विकास कार्यों की वास्तविक स्थिति से अवगत रहें।

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    पुरानी प्रगति रिपोर्ट लेकर पहुंचे अधिकारी

    उन्होंने कई विभागों के अधिकारियों को पुरानी प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने पर फटकार लगाई और चेताया कि जनता के हित से जुड़ी योजनाओं की रफ्तार में सुस्ती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगली बैठक में अधिकारी विकास कार्यों के द्वितीय और अंतिम चरण की रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

    हाईवे की दयनीय स्थिति पर नाराजगी जताई

    कंगना रनौत ने विशेष रूप से मंडी कोटली धर्मपुर जालंधर राष्ट्रीय राजमार्ग की दयनीय स्थिति पर नाराजगी जताई। उन्होंने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (मोर्थ) के अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि सड़कों की हालत सुधारने के लिए समयबद्ध कार्ययोजना तैयार की जाए। 

    रवैया ऐसा ही रहा तो एसीआर रोकी जाएगी

    यह मार्ग सदर और धर्मपुर क्षेत्र की जीवनरेखा है। इसके रखरखाव में लापरवाही क्षेत्र के विकास को सीधे प्रभावित कर रही है। अगर अधिकारियों का रवैया ऐसा ही रहा तो उनकी एसीआर रोकी जाएगी। 

    शिक्षा की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए

    बैठक के दौरान कंगना ने शिक्षा की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा स्तर को सुधारना प्राथमिकता होनी चाहिए। शिक्षकों को बच्चों में नैतिक मूल्यों और व्यावहारिक शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी जिम्मेदार नागरिक बन सके। सिरमौर के एक स्कूल के चेक की गलतियों से प्रदेश की फजीहत हुई है। 

    खादी के प्रयोग का आह्वान किया

    इसके साथ ही उन्होंने लोगों से खादी उत्पादों के अधिक से अधिक प्रयोग का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि खादी सिर्फ वस्त्र नहीं, आत्मनिर्भरता और स्वदेशी भावना का प्रतीक है। प्रधानमंत्री मोदी के वोकल फार लोकल अभियान को सफल बनाने में हर नागरिक की भागीदारी जरूरी है।

    विकास कार्यों की समीक्षा रिपोर्ट समय पर तैयार करें

    कंगना ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विकास कार्यों की समीक्षा रिपोर्ट समय पर तैयार की जाएं और विभागों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित किया जाए। उन्होंने कहा कि जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरना प्रशासन की जिम्मेदारी है, और जो अधिकारी अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन नहीं करेंगे। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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