ठियोग में देव परंपरा के साथ देवठियों में मनाई दीपावली
उपमंडल ठियोग में दीपावली का त्योहार ग्रामीणों ने प्राचीन देव परंपरा के साथ मनाया।

संवाद सूत्र, ठियोग : उपमंडल ठियोग में दीपावली का त्योहार ग्रामीणों ने प्राचीन देव परंपरा के साथ ग्राम देवी-देवताओं की देवठियों में समारोह आयोजित कर मनाया। क्षेत्र की जनोग, धरेच, घूंड, नाल, चिखड़ सहित सभी प्रमुख देवठियों में वीरवार रात और शुक्रवार दिन को विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस दौरान सभी देवठियों में बलराज जलाया गया और ग्रामीणों ने आग के इस बड़े अलाव के इर्द-गिर्द परंपरागत नृत्य भी किया।
वहीं लोगों ने प्राचीन लोक गाथाओं महाभारत और हनुमान की स्तुति वाले गीत भी गाए। कई देवठियों में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए जिनमें लोक कलाकारों ने पहाड़ी गीतों और नृत्य के अलावा लोकनाट्य करयाला का भी मंचन किया।
ठियोग में भी अन्य इलाकों की तरह दीपावली पर बर्तन, बिस्तर व अन्य नई वस्तुएं घर लाने की परंपरा है। ठियोग व आसपास रहने वाले हजारों नेपाली, बिहारी प्रवासी मजदूर भी दीपावली धूमधाम से मनाते हैं। पिछले साल की अपेक्षा इस साल दीपावली पर काफी रौनक रही। हालांकि इस साल ठंड जल्दी आने से लोग घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। क्षेत्र में देवठियों में सामूहिक रूप से मनाते हैं दीपावली
ठियोग क्षेत्र में दीपावली के त्योहार को सामूहिक रूप से ग्राम देवठियों में मनाने की परंपरा है जिसे आज की नई पीढ़ी भी पूरी श्रद्धा के साथ मना रही है। दीपावली का त्योहार सभी ग्रामीण देवठियों में एकत्र होकर अपने पारंपरिक वाद्ययंत्रों की थाप पर नाच-गाना गाकर मनाते हैं और इसमें युवा पीढ़ी भी पूरा साथ देती है। बर्फबारी से पहले का यह आखिरी त्योहार होता है।
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