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    Shimla Landslide: भारी बारिश ने रातभर डराए लोग, शिमला में भूस्खलन की चपेट में आए 20 वाहन; एक व्यक्ति मलबे में दबा

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 03:23 PM (IST)

    Shimla Landslide शिमला में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ जिससे कई वाहन दब गए और इमारतों को नुकसान पहुंचा। पीएनटी कॉलोनी में एक मजदूर मलबे में फंस गया था जिसे बचा लिया गया। पंथाघाटी में एक इमारत पर खतरा मंडरा रहा है। हिमलैंड में भारी मलबा सड़क पर आने से यातायात बाधित हो गया।

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    शिमला शहर में भूस्खलन के कारण लगा लंबा जाम और क्षतिग्रस्त वाहन। जागरण

    जागरण संवाददाता, शिमला। Shimla Landslide, राजधानी शिमला में सोमवार रात हुई भारी बारिश ने एक बार फिर तबाही मचाई। बीसीएस, हिमलैंड, पंथाघाटी, मालरोड से लक्कड़ बाजार की ओर जाने वाले रास्ते में पीएनटी कालोनी के नीचे भारी भूस्खलन हुआ। पांजडी सहित कई क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं।

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    मलबा गिरने से कई गाड़ियां दब गईं, जबकि एक मंदिर के भोजगृह की छत भी इसकी चपेट में आ गई और काफी क्षति हुई। पीएनटी कालोनी में भूस्खलन से एक कश्मीरी मजदूर इसकी चपेट में रात के समय आ गया। वहां मौजूद लोगों ने मलबे में फंसे मजदूर को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। राजधानी के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन व पेड़ गिरने से 20 से ज्यादा वाहनों को नुकसान पहुंचा है।

    पंथाघाटी में एक बहुमंजिला भवन पर खतरा मंडराने लगा है। हिमलैंड के पास दो से तीन गाड़ियां मलबे में दब गईं। टूटीकंडी और पांजडी में भी वाहनों को नुकसान पहुंचा है। पांजडी में गिरी मिट्टी और पत्थरों का कुछ हिस्सा एक मंदिर के भोजगृह की छत तक पहुंच गया। हालांकि राहत की बात यह है कि अब तक किसी तरह के जानी नुकसान नहीं हुआ है।

    बीसीएस क्षेत्र में भी भारी भरकम पेड़ सड़क पर गिरने से कई गाड़ियां मलबे में दब गईं और यातायात ठप हो गया। सुबह लोक निर्माण विभाग की मशीनें और मजदूर मौके पर पहुंच गए हैं, लेकिन मलबा इतनी भारी मात्रा में है कि सड़कों को पूरी तरह खोलने में काफी समय लगा। शहर में कई स्थानों पर सड़कें बंद थी, इसके चलते सुबह शहर की मुख्य सड़कों से लेकर बाइपास पर भी वाहनों की लंबी कतारें लगी रही।

    हिमलैंड में तीन बजे हुआ लैंडस्लाइड

    हिमलैंड में सुबह 3 बजे के करीब भारी मलबा सड़क पर आ गया। इसकी चपेट में काफी गाड़ियां भी आ गईं, साथ लगते भवनों में मलबा भर गया। सड़क पर मलबा गिरने से यातायात भी ठप रहा। सड़क को बहाल करने के लिए लोकनिर्माण विभाग द्वारा मशीनरी लगाई गई और करीब 9 बजे सड़क को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया।

    विधायक ने लिया नुकसान का जायजा

    शहरी विधायक हरीश जनारथा भी मौके पर नुकसान का जायदा लेने के लिए पहुंचे। उनके साथ शिमला नगर निगम के पार्षद और उप महापौर उमा कौशल भी मौजूद रही। हरीश जनारथा ने अधिकारियों को वहां पर खतरा बने पेड़ों को हटाने के निर्देश दिए। विधायक ने कहा कि शहर में पिछली रात भारी बारिश हुई। इससे कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ है। 

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    कई घरों में भरा मलबा

    स्थानीय लोगों का कहना है कि रात 2:30 बजे के करीब तेज बारिश हुई और ऊपर से लैंड साइड में भारी भरकम मलबा नीचे आ गया और घर की खिड़कियों से मलबा घर के अंदर घुस गया। रात के समय ही लोगों को घर छोड़ कर बाहर निकलना पड़ा। जिस कारण रात को ही घरों से बाहर निकलना पड़ा।

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