Himachal News: फिजूलखर्ची पर विधायकों के निशाने पर आए अधिकारी, ...सरकारी गाड़ी में घुमा रहे परिवार
Himachal Pradesh News हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विधायकों ने राज्य के संसाधनों को बढ़ाने के लिए सुझाव दिए और फिजूलखर्ची पर चिंता जताई। विधायकों ने अधिकारियों द्वारा सरकारी गाड़ियों के दुरुपयोग का मुद्दा उठाया खासकर परिवार के सदस्यों को घुमाने के लिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली योजनाओं के परिणाम अब दिख रहे हैं।

राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष ने संसाधनों में वृद्धि के लिए कई सुझाव दिए हैं। इस दौरान खर्चों में कटौती की भी आवश्यकता पर जोर दिया गया। फिजूलखर्ची पर विधायकों के निशाने पर अधिकारी आए। कहा कि वे सरकारी गाड़ियों का दुरुपयोग कर रहे हैं, विशेषकर अपने परिवार के सदस्यों को घूमाने के लिए।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सोमवार को नियम 130 के तहत संसाधनों में वृद्धि के लिए केवल सिंह पठानिया द्वारा उठाए गए मुद्दे पर भाजपा विधायक दीपराज ने कहा कि सरकारें बदलती रहती हैं, लेकिन अधिकारी स्थायी होते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जब राज्य की स्थिति खराब हो रही है, तो अधिकारी क्या कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस पर हस्तक्षेप करते हुए कहा कि अधिकारियों के माध्यम से पिछले ढाई वर्षों में जो योजनाएं बनाई गई हैं, वे अब धरातल पर उतर रही हैं और उनके परिणाम भी सामने आ रहे हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब स्कूलों में बच्चे नहीं हैं, तो उन्हें खोलने का क्या लाभ है।
केवल बोले, चंडीगढ़ में ऐसे ही घूमती रही अधिकारी की गाड़ी
कांग्रेस विधायक केवल सिंह पठानिया ने नियम 130 के तहत प्रदेश के संसाधनों को बढ़ाने के लिए नीति बनाने का प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के पास कई विभाग हैं और वे सरकारी गाड़ियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। चंडीगढ़ में अधिकारी की गाड़ी ऐसे ही घूमते रही। मुख्यमंत्री ने पर्यटन को विकसित करने और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की।
हंसराज बोले, इतनी गाड़ियां क्यों दी जा रहीं
भाजपा विधायक डा. हंसराज ने कहा कि जब अधिकारी तीन से चार विभाग संभाल रहे हैं, तो उनके परिवार के सदस्यों को घूमने के लिए इतनी गाड़ियां क्यों दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आपदा के कारण संसाधनों में कमी आएगी।
परमार ने कहा, व्यय अधिक और आय कम
भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार ने प्रदेश की आर्थिक स्थिति को कमजोर बताते हुए कहा कि राजस्व व्यय अधिक है और आय कम है। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश पर 1.12 लाख करोड़ का कर्ज है और 5558 करोड़ का राजस्व घाटा है। हिमफैड में चल रहे हिमाचल प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कार्पोरेशन के कार्यालय को 17 लाख किराये पर किसके भवन में भट्टाकुफर में लिया है।
सिक्किम माॅडल अपनाने की सलाह
कांग्रेस विधायक आशीष बुटेल ने कहा कि यह कर्ज केवल हिमाचल पर नहीं, बल्कि भारत सरकार पर भी भारी पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि 100 रुपये में से 70 रुपये वेतन और पेंशन पर खर्च हो रहे हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि घाटे में चल रही निगमों को बंद किया जा सकता है और सिक्किम मॉडल के तहत लाटरी और कैसिनो खोले जाने चाहिए।
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पर्यटन क्षेत्र के विकास पर दें जोर : राम कुमार
दून से कांग्रेस विधायक राम कुमार ने रोपवे और पर्यटन क्षेत्र के विकास पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने उद्योग लगाने के लिए भूमि को एक रुपये लीज पर दिया, लेकिन अब वह भूमि बेची जा रही है। कांग्रेस विधायक भवानी सिंह पठानिया ने कहा कि लोन के कारण ही हिमाचल का विकास हुआ है। उन्होंने ऊर्जा, पर्यटन और कृषि के क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया।
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