हिमाचल: सरकारी स्कूलों के निरीक्षण में पाई गई कमियों पर होगा मंथन, शिक्षा मंत्री ने तलब की रिपोर्ट; होंगे व्यापक सुधार
हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों के निरीक्षण में पाई गई कमियों पर शिक्षा मंत्री ने रिपोर्ट तलब की है। शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए सरकार मंथन करेगी। स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और छात्रों को बेहतर माहौल देने के लिए व्यापक कदम उठाए जाएंगे।

हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों पर विभाग मंथन करेगा। प्रतीकात्मक फोटो
अनिल ठाकुर, शिमला। हिमाचल प्रदेश में शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए विभाग ने स्कूलों के निरीक्षण की प्रक्रिया में बदलाव किया है। नए नियमों के तहत उप निदेशकों ने कितना काम किया है, इसकी रिपोर्ट शिक्षा मंत्री ने तलब की है। 11 नवंबर को राज्य सचिवालय में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अध्यक्षता में विभागीय समीक्षा बैठक होगी।
इस बैठक में सभी जिलों के उप शिक्षा निदेशक भाग लेंगे। इसमें सभी उप निदेशकों को निरीक्षण की रिपोर्ट साथ लाने को कहा गया है। इस पर बैठक में विस्तृत चर्चा होगी।
निरीक्षण में पाई कमियों की क्या वजह, होगी चर्चा
निरीक्षण में क्या कमियां मिली, इसकी वजह क्या है। यानी प्रशासनिक या सरकार के स्तर पर बदलाव करना जरूरी है या फिर खामी स्कूल व शिक्षक के स्तर पर है। इस पर चर्चा होगी। इसका मकसद व्यवस्था में सुधार करना है, ताकि पढ़ाई के स्तर को सुधारा जा सकें। उपनिदेशकों को कहा गया है कि वह इसके आंकड़े भी लाए कि उन्होंने इस साल कितने स्कूलों का निरीक्षण किया है।
निरीक्षण प्रक्रिया में किया है बदलाव
स्कूल शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों के निरीक्षण की प्रक्रिया में बदलाव किया है। उप निदेशक (निरीक्षण) की अध्यक्षता में गठित टीमें कभी भी स्कूलों में निरीक्षण करने के लिए जाती है। निरीक्षण महज औपचारिक न रहे इसके लिए उन्हें एक फार्मेट दिया गया है।
निनरीक्षण टीम पूछती है छात्रों से सवाल
निरीक्षण टीम कक्षाओं में जाकर छात्रों से प्रश्न पूछती है जो विषय से संबंधित तो होते ही है साथ में सामान्य ज्ञान से संबंधित भी होते हैं। बैठक में यू डाइस रिपोर्ट, शिक्षकों के युक्तिकरण, स्कूलों का मर्जर, दस से कम विद्यार्थियों की संख्या वाले स्कूलों में एक ही विषय के दो शिक्षकों की तैनाती जैसे मसलों पर चर्चा होगी।
तीन चीजों पर केंद्रित है निरीक्षण
स्कूल में गुणात्मक शिक्षा को लेकर क्या कार्य किया जा रहा है उसे जांचें। शिक्षक किस तरह से स्कूलों में पढ़ा रहे हैं, अनुशासन, कितना पाठ्यक्रम कवर हो चुका है इसे भी जांचे। स्कूलों में जाकर बच्चों से सवाल करें। यदि कोई मौखिक रूप से जवाब नहीं दे रहा है, तो लिखित में उससे जवाब मांगे। यदि कोई स्कूल नियमों की अवहेलना कर रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
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मुख्यमंत्री ने किया था निरीक्षण
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने बागा सराहन दौरे के दौरान अचानक सरकारी स्कूल में निरीक्षण करने पहुंचे थे। वहां पर कई खामियां सामने आई थी। जिसके बाद उन्होंने विभाग को निर्देश दिए थे। विभाग ने इसके बाद निरीक्षण की प्रक्रिया में बदलाव किया था साथ ही बच्चों को सामान्य ज्ञान, समसामयिक विषयों पर जानकारी होने को लेकर तैयारी के निर्देश दिए थे। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर भी स्कूलों में जाकर खुद व्यवस्थाओं का जायजा लेते हैं।

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