Renuka Thakur: जीत की मन्नत पूरी हुई तो घर से पहले हाटकोटी माता के मंदिर पहुंची रेणुका, PM से मुलाकात पर कही बड़ी बात
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर विश्वकप जीतने के बाद सबसे पहले हाटकोटी मंदिर पहुंचीं। उन्होंने मन्नत पूरी होने पर माता का आशीर्वाद लिया। रेणुका ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां और चाचा को दिया। उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड के साथ हुआ मुकाबला फाइनल से ज्यादा दबावपूर्ण था। रेणुका ने हिमाचल सरकार से खेलों को बढ़ावा देने का आग्रह किया और प्रधानमंत्री से मिलकर खुशी जताई।

शिमला के हाटकोटी माता मंदिर में शीश नवाने के बाद रेणुका सिंह ठाकुर मां और अन्य स्वजन के साथ। जागरण
संवाद सूत्र, जुब्बबल/रोहड़ू (शिमला)। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की प्रमुख तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर रविवार को अपने घर पहुंची। घर पहुंचने से पहले उन्होंने हाटकोटी में माता के मंदिर में शीश नवाया। उन्होंने पूजा अर्चना कर माता को प्रसाद भी चढ़ाया।
हाटकोटी मंदिर में उनकी माता सुनीता ठाकुर, भाई विनोद ठाकुर सहित परिवार सदस्यों सहित स्थानीय लोगों ने उनका अभिनंदन किया। रेणुका सिंह ठाकुर के रोहड़ू हाटकोटी मंदिर पहुंचने से पहले ही सभी लोग वहां पहुंच चुके थे।
हाटकोटी में दैनिक जागरण से बातचीत में रेणुका ठाकुर ने कहा कि इससे पहले 6 महीने पूर्व जब वह यहां पर थी तो उन्होंने माता से मन्नत मांगी थी कि अगर भारतीय टीम विश्वकप जीतती है तो वह सबसे पहले माता के मंदिर आएंगी। उन्होंने कहा कि वह सबसे पहले हाटकोटी मंदिर आई हैं, इससे पहले वह कहीं भी नहीं गई है।
फाइनल से ज्यादा न्यूजीलैंड के साथ हुए मैच में था दबाव
रेणुका सिंह ठाकुर ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका के साथ हुई फाइनल मुकाबला दबाव से भरा था, लेकिन उससे ज्यादा दबाव न्यूजीलैंड के साथ हुए मुकाबले में दबाव था। इस मुकाबले से पहले भारत की टीम 3 मुकाबले लगातार हो चुकी थी। ऐसे में यह मुकाबला काफी महत्वपूर्ण था। हालांकि फाइनल मुकाबले में भी दबाव था। हमें फाइनल जीतना था। इससे पहले हम कभी विश्व कप नहीं जीते थे, लेकिन इस मुकाबले में लोगों की दुवाएं भी हमारे साथ थी।
हिमाचल सरकार खेलों को दे प्रोत्साहन
रेणुका सिंह ठाकुर ने कहा कि भारत में खेलों का महत्व काफी ज्यादा बढ़ गया है। भारत सरकार ओर से खेलों को काफी बढ़ावा दिया जाए। जिस तरह से भारत सरकार खेलों को बढ़ावा दे रही है, उसी तरह हिमाचल की सरकार भी खेलों को बढ़ावा दे। उन्होंने कहा कि जिस तरह से डब्लयूपीएल शुरू हुआ है। उससे आने वाले समय में लड़कियों के लिए अवसर ज्यादा खुलेंगे। महिला क्रिकेट टीम के विश्वकप जीतने के बाद अब काफी बदलाव आएगा। नई लड़कियों के लिए भी काफी अवसर खुलेंगे।
सफलता का सारा श्रेय मां और चाचा को
रेणुका सिंह ठाकुर ने कहा कि वह अपनी सफलता का सारा श्रेय अपनी मां को देती है। अपनी मां संघर्ष की वजह से ही आज मै इस मुकाम तक पहुंची हूं। मां के साथ बाबी चाचू को भी क्रेडिट जाता है। अगर सही समय में उन्होंने मुझे नहीं देखा होता और अकादमी नहीं भेजा होता, तो मैं आज इस मुकाम पर नहीं होती।
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प्रधानमंत्री से मिलकर हुई खुशी
रेणुका सिंह ठाकुर ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर काफी खुशी हुई है। उन्हें मेरे और मेरी मां के सफर के बारे में पता था। न सिर्फ मेरे ओर मेरी मां के सफर बल्कि पूरी टीम के खिलाड़ियों के बारे में जानते हैं। सभी से बहुत अच्छा कनेक्ट करते हैं। यह देखकर काफी अच्छा लगा कि उनको हमारे बारे में सब पता है।

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