Scrub Typhus: हिमाचल में जानलेवा बना स्क्रब टायफस, IGMC शिमला में तीसरी मौत, बेहद खतरनाक है यह पिस्सु
Scrub Typhus In Himachal हिमाचल प्रदेश में स्क्रब टाइफस से तीसरी मौत की खबर है आईजीएमसी शिमला में एक महिला की जान गई। मंडी में पहले दो मौतें हो चुकी हैं। खेतों में काम करने वालों को खतरा अधिक है क्योंकि पिस्सु के काटने से यह बीमारी फैलती है। बुखार सिरदर्द और बदन दर्द इसके मुख्य लक्षण हैं।

जागरण संवाददाता, शिमला। Scrub Typhus In Himachal, हिमाचल प्रदेश में स्क्रब टायफस जानलेवा हो गया है। आइजीएमसी अस्पताल शिमला में रविवार को स्क्रब टायफस से पीड़ित महिला की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि 34 वर्षीय सराेज नाम की महिला जुब्बल की रहने वाली थी। प्रदेश में स्क्रब टायफस से यह तीसरी मौत है। इससे पहले जिला मंडी के करसोग निवासी दो लोगों की जान जा चुकी है।
जिला शिमला में अभी स्क्रब टायफस से पहली मौत हुई है। इस मौसम में अधिकतर लोग खेतों, घासनियों और बगीचों में घास काटते हैं। इससे स्क्रब की चपेट में आने की आशंका ज्यादा रहती है।
पिस्सु के काटने के 10 दिन बाद दिखते हैं लक्षण
बरसात में स्क्रब टायफस गांव में काम करने वालों को चपेट में लेता है। इस बैक्टीरिया जनित बीमारी पिस्सु के काटने के 10 दिन बाद लक्षण दिखने शुरू होते हैं। इससे संक्रमित व्यक्ति को बुखार आने के साथ ठंड लगती है। स्क्रब टायफस वाले मरीज को 104 से 105 डिग्री तक बुखार तक पहुंच जाता है।
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सिरदर्द और बदन दर्द की रहती है ज्यादा समस्या
सिरदर्द और बदन दर्द के साथ मांसपेशियों में भी तेजी से दर्द होता है। अधिक संक्रमण होने पर हाथ पैरों और गर्दन के साथ कूल्हें के नीचे गिल्टियां होने लगती हैं। साथ ही इसके संक्रमण के बाद सोचने समझने की क्षमता में तेजी से बदलाव होता है।
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कैसे आ सकते हैं इसकी चपेट में
खेतों, झाड़ियों में रहने वाले चूहों में पाया जाने वाला चिगर्स कीट के काटने से लोगों में फैलता है। कीट के जरिये ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी बैक्टीरिया के कारण लोगों में ये संक्रमण तेजी से फैलता है। स्क्रब टायफस से कोई भी संक्रमित हो सकता है। खेतों में पाए जाने वाले इस कीट के कारण अधिकतर झाड़ियों और खेतों में काम करने वाले किसानों और बागवानों में इसके संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है।
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