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    हिमाचल: 'श्रीरेणुका जी मेले के लिए पंचायत स्तर पर दान मांग रही सरकार', भाजपा ने साधा निशाना; आस्था से भी खिलवाड़

    By Neha Sharma Edited By: Rajesh Sharma
    Updated: Thu, 30 Oct 2025 03:40 PM (IST)

    हिमाचल प्रदेश में भाजपा प्रवक्ता ने सुक्खू सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार अंतरराष्ट्रीय श्रीरेणुकाजी मेले के आयोजन के लिए पंचायत स्तर पर दान मांग रही है, जो कि पहले कभी नहीं हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है और लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रही है, क्योंकि मेला कमेटी ने पहले से ही लाखों रुपये जुटा लिए हैं।

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    श्रीरेणुका जी मेले के लिए पंचायत स्तर पर चंदा जुटाने का पत्र जारी किया है।

    जागरण संवाददाता, नाहन। हिमाचल प्रदेश भाजपा प्रवक्ता ने सुक्खू सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अब पंचायत स्तर तक भीख मांगनी शुरू कर चुकी है। विनय गुप्ता ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय मेलों के आयोजन के लिए प्रदेश की सुक्खू सरकार अपने अधिकारियों से भीख मंगवा रही है।

    हिमाचल के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है। जब किसी अंतरराष्ट्रीय मेले के आयोजन के लिए सरकार की ओर से पंचायत स्तर तक लोगों से भगवान के नाम पर दान मांगा जा रहा है। 

    जिला पंचायत अधिकारी सिरमौर द्वारा पंचायत प्रतिनिधियों को लिखा गया पत्र इंटरनेट मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इंटरनेट मीडिया पर लोग कांग्रेस सरकार तथा जिला प्रशासन को जमकर कर कोस रहे हैं।

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    पंचायतों से दान राशि एकत्र करने के पत्र किए जारी

    भाजपा प्रवक्ता विनय गुप्ता ने कहा कि हाल ही में अंतरराष्ट्रीय श्रीरेणुकाजी मेले के आयोजन के संबंध में जिला सिरमौर के पंचायत अधिकारी द्वारा जिले के खंड विकास अधिकारियों को पत्र लिखा गया है कि मेले के आयोजन के लिए पंचायतों से दान राशि एकत्रित की जाए। इसी तर्ज पर सभी खंड विकास अधिकारियों ने जिले की सभी पंचायतों को पत्र लिखकर श्रीरेणुकाजी मेले के आयोजन के लिए दान राशि देने का आदेश किया है।

    भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का नया जरिया

    प्रदेश भाजप प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि सरकार ने भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का यह नया जरिया ढूंढ लिया है। विनय गुप्ता ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय श्रीरेणुकाजी मेले के आयोजन के लिए आज तक कभी भी इस प्रकार के फरमान जारी नहीं हुए। सरकार अपने स्तर पर मेले के आयोजन का खर्च उठाती थी, परंतु इस बार यह पहली बार हो रहा है। जब इस अंतरराष्ट्रीय मेले के आयोजन के लिए सुक्खू सरकार ने अधिकारियों को भीख मांगने पर मजबूर किया है।

    मेला मैदान प्लॉट बिक्री से 68 लाख से अधिक पैसा जुटाया

    विनय गुप्ता ने बताया कि श्रीरेणुकाजी मेला कमेटी द्वारा मेला मैदान में प्लाटों की बिक्री से ही 68 लाख से अधिक की धनराशि एकत्रित की गई है, जबकि करोड़ों रुपया स्मारिका छाप कर औद्योगिक इकाइयों से इकट्ठा किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि इतना पैसा इकट्ठा होने के बावजूद, इस सुक्खू सरकार ने पंचायत स्तर तक भीख मांग कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का नया रास्ता ढूंढा है। 

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    आस्था को पहुंची ठेस

    विनय गुप्ता ने कहा कि इससे मां श्रीरेणुकाजी और भगवान श्री परशुराम से जुड़ी आस्था को भी ठेस पहुंची है, और लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ करके गांव-गांव से भीख के जरिए पैसा इकट्ठा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष ही इस सरकार ने राज्य के अनेक धार्मिक मंदिरों से सरकारी योजनाओं को चलाने के लिए उपायुक्तों को पत्र लिखकर सरकार को पैसा देने का फरमान जारी किया था, जिससे लोगों की धार्मिक भावनाओं को भारी ठेस पहुंची थी।

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    अब भगवान श्री परशुराम जी और मां रेणुकाजी के नाम से आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय श्रीरेणुकाजी मेले के आयोजन के लिए लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।