बघाट बैंक घोटाला: सोलन में 2 करोड़ के कर्जदार खेमलाल गिरफ्तार, 80 हजार खाताधारकों की सांसें अटकीं
बघाट बैंक ऋण डिफ़ॉल्टर मामले में पुलिस ने पहली गिरफ्तारी की है। खेमलाल नामक व्यक्ति, जिस पर दो करोड़ से अधिक की देनदारी है, को गिरफ्तार किया गया है। अदालत ने रिकवरी में सहयोग न करने वाले 12 डिफ़ॉल्टरों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। आरबीआई ने बैंक के 138 करोड़ रुपये एनपीए होने के कारण निकासी पर रोक लगा दी है, जिससे 80 हजार खाताधारक चिंतित हैं।

बघाट बैंक के ऋण डिफॉल्टर मामले में पहली गिरफ्तारी (प्रतीकात्मक फोटो)
संवाद सहयोगी, सोलन। बघाट बैंक के 12 ऋण डिफाल्टरों के खिलाफ जारी हुए गिरफ्तारी वारेंट के मामले में पुलिस ने गुरुवार को पहली गिरफ़्तारी कर ली है। गिरफ्तार किए गए खेमलाल नाम के व्यक्ति के ऊपर बैंक की दो करोड़ से अधिक की देनदारी है। गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं सोलन की अदालत में पेश किया गया है, जहां पर सुनवाई चल रही है।
मौके पर बैंक प्रबंध निदेशक,चेयरमैन व निदेशक मंडल के सदस्य भी मौजूद है। विदित रहे कि सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं सोलन की अदालत ने बघाट बैंक के उन 12 ऋण डिफाल्टरों को गिरफ्तार करने के आदेश जारी किए हैं, जो रिकवरी में सहयोग नहीं कर रहे थे। उनके अलावा चार ऋण धारकों के वाहन जब्त करने के भी आदेश जारी किए गए हैं।
आरबीआई ने नौ अक्टुबर को बघाट बैंक सोलन के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए 10 हजार रुपये से अधिक की निकासी पर रोक लगा दी। यह कार्यवाही बैंक का 138 करोड़ रुपये एनपीए होने के कारण हुई है। निकासी पर छह महीने की रोक के बाद बैंक के करीब 80 हजार खाताधारकों को रोजमर्रा की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए धन की चिंता सता रही है।
बैंक के लिए पांच सौ के करीब डिफाल्टर से छह माह में 138 करोड़ रुपये की रिकवरी करना किसी चुनौती से कम नहीं है। पिछले तीन वर्षों में बैंक ने ऋण वसूली पर जोर दिया, जिस कारण 184 करोड़ रुपये की ही वसूली हो पाई है। 2022 में बैंक का कुल एनपीए 322 करोड़ रुपये था, जिसमें से 184 करोड़ रुपये की
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