खुशवंत सिंह लिटफेस्ट में गूंजेगा भारत-पाक संबंध, पूर्व पीएम राजीव गांधी की दूरदर्शिता सहित 25 किताबों पर होगी चर्चा
कसौली क्लब में 14वें खुशवंत सिंह लिटफेस्ट में भारत-पाक संबंधों, डॉ. स्वामीनाथन की वैज्ञानिक सोच और राजीव गांधी की दूरदर्शिता पर चर्चा होगी। 30 सत्रों में 25 किताबों पर बात होगी। एएस दुल्लत की किताब भारत-पाक संबंधों पर, मणिशंकर अय्यर राजीव गांधी के जीवन पर, और पी चिदंबरम संघर्षों पर चर्चा करेंगे।

खुशवंत सिंह लिटफेस्ट कसौली क्लब में कल से शुरू होगा।
मनमोहन वशिष्ठ, सोलन। कसौली क्लब में इस वर्ष भारत-पाक संबंधों, हरित क्रांति के जनक डा. स्वामीनाथन की वैज्ञानिक सोच, पूर्व पीएम राजीव गांधी की दूरदर्शिता सहित 30 सत्रों में करीब 25 किताबों पर चर्चा होगी। शुक्रवार से शुरू होने जा रहे 14वें खुशवंत सिंह लिटफेस्ट में 50 से अधिक नामी साहित्यकार, राजनेता व कलाकार विभिन्न विषयों पर चर्चा करेंगे।
पूर्व रा प्रमुख एएस दुल्लत किताब 'द स्पाई क्रोनिक्लस' से भारत-पाक संबंधों के बीच अविश्वास, मुंबई हमले, कश्मीर समस्या सहित अनेक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
कुछ अन्य दिलचस्प सत्र जो राजनीतिक प्रेमियों की रुचि बढ़ाएंगे, उनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर की पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के जीवन और समय पर आधारित पुस्तक से राजीव गांधी के विजन और उनके अनुभवों पर चर्चा करेंगे।
पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम, प्रसिद्ध पत्रकार हरिंदर बवेजा की किताब 'दे विल शूट यू, मैडम: माई लाइफ थ्रू कान्फ्लिक्ट' पर चर्चा करेंगी। इसके अलावा प्रियंबदा जयाकुमार, प्रेम शंकर झा व अनुभा भोंसले भारत की हरित क्रांति के जनक डा. एमएस स्वामीनाथन की वैज्ञानिक सोच व उपलब्धियों पर चर्चा करेंगे। इसमें उनके कृषि को बढ़ावा देने सहित अनेक किस्सों पर दर्शकों को संवाद देखने को मिलेगा।
पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे की किताब 'द कैंटोनमेंट कान्सपिरेंसी' से विभिन्न सैन्य रहस्यों सहित कई दिलचस्प पहलु दर्शकों को सुनने को मिलेंगे। इसमें जनरल एमएम नरवणे व निर्मला कानन इस विषय पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा मशहूर अभिनेता अमोल पालेकर बियोंड सिनेमा, सांग्स एंड लाइफ किताब के माध्यम से वह अपने जीवन के अलग-अलग पहलुओं व फिल्मी अनुभवों को दर्शाने काम करती है।
इस सत्र में उनके साथ संध्या गोखले होंगी, जबकि वार्ताकार के रूप में ऋषि मजूमदार संवाद करेंगे। संतोष सिंह व मनराज ग्रेवाल शर्मा डेरे और अगली पीढ़ी: पंजाब के संकटों से निपटने विषय पर चर्चा करेंगे। बरसाली भट्टाचार्य व अनुप्रीता दास विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में एआइ का मार्गदर्शन विषय पर एआइ के उपयोग, चुनौतियों और अवसरों को समझने पर केंद्रित रहेगा। वहीं ज्योत्सना मोहन व चंद्रमोहन स्वतंत्रता, अवज्ञा और इतिहास के पहले ड्राफ्ट विषय पर चर्चा करेंगे।
वायस आफ टुमारो है लिटफेस्ट की थीम : राहुल सिंह
सेक्टर-27 चंडीगढ़ प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में डायरेक्टर राहुल सिंह ने बताया कि इस बार की थीम वायस आफ टुमारो है। इस फेस्टिवल का उद्देश्य साहित्य को प्रचार करना तो है ही, इसके अलावा इसके माध्यम से यह भी प्रयास रहता है कि सभी एक मंच पर शामिल हों और अपने विचार रखें। फेस्टिवल रोजाना सुबह नौ से शाम पांच बजे तक चलेगा।
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