जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल में भारत को दिखाना होगा बेहतर खेल, 7 बार की चैंपियन जर्मनी से है मुकाबला
भारतीय जूनियर हॉकी मेंस टीम रविवार को जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में सात बार की चैंपियन जर्मनी से भिड़ेगी। दूसरा सेमीफाइनल स्पेन और अर्जेंटीना ...और पढ़ें

जूनियर भारतीय हॉकी टीम का जर्मनी से होगा मुकाबला। फोटो- PTI
चेन्नई, प्रेट्र। नौ साल बाद खिताब दोबारा जीतने की उम्मीद कर रही भारतीय जूनियर हॉकी मेंस टीम को अगर रविवार को सेमीफाइनल में सात बार की चैंपियन जर्मनी को हराना है तो उसे अपने खेल का स्तर बहुत ऊपर उठाना होगा। दो बार की चैंपियन भारत टीम ने आखिरी बार 2016 में लखनऊ में यह खिताब जीता था।
दूसरा सेमीफाइनल स्पेन और अर्जेंटीना के बीच खेला जाएगा। भारतीय टीम का पूल स्टेज में कमजोर टीमों के खिलाफ प्रदर्शन शानदार रहा। उसने चिली, ओमान और स्विट्जरलैंड जैसी टीमों के खिलाफ 29 गोल किए और एक भी गोल नहीं खाया और आसानी से क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।
क्वार्टर फाइनल में बेल्जियम को हराया
हालांकि, पीआर श्रीजेश की कोचिंग वाली इस टीम को क्वार्टर फाइनल में बेल्जियम के खिलाफ अपनी पहली असली परीक्षा का सामना करना पड़ा। जहां रेगुलर टाइम 2-2 से बराबरी के बाद भारतीय टीम शूटआउट में 4-3 से कठिन जीत हासिल कर पाई। दूसरी और जर्मनों को भी फ्रांस को 3-1 से शूट-आउट में हराने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
जीत के बावजूद श्रीजेश टीम के प्रदर्शन से बिल्कुल खुश नहीं थे और उन्होंने अपने खिलाड़ियों को विजय पर अति उत्साह से बचने और अगले मैच पर ध्यान देने की सलाह दी। उन्होंने उन क्षेत्रों को गिनाया, जिनमें भारत को आगे सुधार करने की जरूरत है।
फाइनल टच की जरूरत
उन्होंने कहा कि हमें जर्मनी के खिलाफ फाइनल टच की जरूरत है। एक बार जब आप डी घेरे के अंदर होते हैं तो आप बाल से पकड़ नहीं गंवा सकते। वहीं, यह एक टीम खेल है, जिसमें डिफेंस को भी बेहतर करना होगा और आसान पेनल्टी कार्नर नहीं देने होंगे।

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