विषाक्तता संबंधी मामलों में एम्स विजयपुर का विष सूचना केंद्र बना सहारा, एक साल में 97 जानें बचाईं
एम्स विजयपुर में स्थापित विष सूचना केंद्र देश भर में मरीजों की जान बचाने में सहायक है। हेल्पलाइन नंबर 9103967500 पर 24 घंटे विष विज्ञान विशेषज्ञ सलाह देते हैं। केंद्र सर्पदंश कीटनाशक विषाक्तता जैसे मामलों में डॉक्टरों की मदद करता है। जागरूकता अभियानों के माध्यम से विषाक्तता की घटनाओं को रोकने का प्रयास किया जा रहा है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। एम्स विजयपुर जम्मू में स्थापित विष सूचना एवं प्रबंधन केंद्र विषाक्त संबंधी मामलों में देश के विभिन्न कोनों के मरीजों की जसन बचाने में सहायता कर रहा है।
एक वर्ष में ही ऐसे 97 मामले आ चुके हैं जिन्होंने इस केंद्र में संपर्क कर मरीजों की जान बचाई। अधिकांश मामले ग्रामीण क्षेत्रों से आए जहां पर सर्पदंश या फिर अन्य विषाक्त संबंधी मामलों के इलाज के लिए बेहतर सुविधा नहीं है।
विष सूचना एवं प्रबंधन केंद्र ने किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए हेल्पलाइन 9103967500 स्थापित की है। इसमें चौबीस घंटे विशेषज्ञ विष विज्ञान संबंधी मार्गदर्शन, वास्तविक समय पर चिकित्सा सलाह और विष निगरानी प्रदान करते हैं।
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यह सेवा ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जहां कीटनाशकों के सेवन, रसायनों के आकस्मिक संपर्क, जानवरों के काटने और घरेलू विषाक्त पदार्थों का जोखिम अधिक रहता है।
अपनी स्थापना के बाद से, केंद्र ने कई तरह के मामलों का समाधान किया है जिनमें सर्पदंश, कीटनाशक विषाक्तता, और दुर्लभ विषाक्त जोखिम शामिल हैं। हर स्थिति में विशेषज्ञों द्वारा समय पर किए गए हस्तक्षेप ने डाक्टरों को प्रभावी उपचार प्रदान करने में मदद की है और कई मामलों में जान बचाई है।
केंद्र में चौबीसों घंटे प्रशिक्षित विषविज्ञानी और नैदानिक औषधविज्ञानी कार्यरत हैं जो विषाक्तता के मामलों के प्रबंधन में अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्यकर्मियों का मार्गदर्शन करते हैं।
आपातकालीन प्रतिक्रिया के अलावा, केंद्र विषाक्तता संबंधी सतर्कता, डेटा संग्रह और जन जागरूकता अभियानों में सक्रिय रूप से शामिल है, जिनका उद्देश्य विषाक्तता की घटनाओं को रोकना और सामुदायिक तैयारी में सुधार करना है।
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एम्स सहायता केंद्र में बैठे विशेषज्ञों ने बताया कि सिर्फ जम्मू-कश्मीर ही नहीं बल्कि देश के कई भागों से डाक्टर यहां पर उनसे सलाह लेते हैं। दो मिनट के भीतर ही उन्हें हर प्रकार के विष के इलाज के बारे में जानकारी दी जाती है।तेलंगाना और तमिलनाड़ू तक से फोन आए हैं।
एम्स जम्मू के कार्यकारी निदेशक और सीईओ प्रोफ़ेसर शक्ति कुमार गुप्ता ने कहा कि एम्स विजयपुर स्थित विष सूचना एवं प्रबंधन केंद्र सिर्फ़ एक हेल्पलाइन से कहीं बढ़कर है। यह जीवन बचाने और स्वास्थ्य सेवा के लचीलेपन को मज़बूत करने की प्रतिबद्धता है।
इस तरह के केंद्र यह सुनिश्चित करते हैं कि समुदाय आधुनिक युग की विषाक्तता संबंधी चुनौतियों का सामना करने के लिए बेहतर ढंग से तैयार हों।
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एम्स विजयपुर नागरिकों और स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों से आग्रह करता है कि वे विषाक्तता से संबंधित किसी भी घटना की तुरंत हेल्पलाइन पर रिपोर्ट करें। समय पर विशेषज्ञ सलाह जीवन और मृत्यु के बीच महत्वपूर्ण अंतर ला सकती है।
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