Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जम्मू-कश्मीर में बाढ़ पीड़ितों के लिए सेना बनी सहारा, ड्रोन से पहुंचाई राहत सामग्री

    Updated: Tue, 09 Sep 2025 02:50 PM (IST)

    जम्मू संभाग में बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए भारतीय सेना मसीहा बनकर आई है। सेना ड्रोन द्वारा राहत सामग्री पहुंचा रही है। कठुआ के चिल्ला गांव में फंसे परिवारों को 300 किलो खाना और दवाइयां दी गईं। बीएसएफ सीमावर्ती क्षेत्रों में मेडिकल कैंप लगाकर स्वास्थ्य सेवाएं दे रही है। अखनूर और कठुआ में शिविरों का आयोजन किया गया जहां डॉक्टरों ने जरूरतमंदों को दवाइयां दीं और स्वास्थ्य जांच की।

    Hero Image
    बाढ़ प्रभावितों के लिए आसमान से राहत ला रहे सेना के ड्रोन।

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू संभाग में बाढ़ प्रभावित के लिए मसीहा बनी भारतीय सेना ड्रोन की मदद से लोगों तक जरूरी सामान पहुंचा रही है। मुश्किल की घड़ी में सेना के ड्रोन लोगों के लिए राहत ला रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान द्वारा भेजे जाने वाले ड्रोन दहशत का पर्याय बन गए थे। पाकिस्तान ने इनका इस्तेमाल बम गिराने के लिए किया था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दुश्मन के ड्रोन हमले को नाकाम बनाने वाली भारतीय सेना अपने ड्रोन का इस्तेमाल सड़क मार्ग से कटे इलाकों में लोगों की दुख, तकलीफों को दूर करने के लिए कर रही है। दरअसल, सोमवार को कठुआ जिले के चिल्ला गांव में सेना की रायजिंग स्टार की गुर्ज डिवीजन ने ड्रोन का इस्तेमाल कर अपने घरों में फंसे 16 परिवारों तक 300 किलो खाने का सामान, दवाइयां व अन्य जरूरी चीजे पहुंचाने में किया।

    चिल्ला गांव बाढ़ आने के बाद से क्षेत्र से सड़क मार्ग से कटा हुआ है। ऐसे में गांवों में रहने वाले परिवारों को खाने, पीने के सामान की कमी का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन सोमवार को सेना ने इन परिवारों तक राहत पहुंचा दी। गुर्ज डिवीजन के साथ रायजिंग स्टार कोर की टाइगर डिवीजन भी इस समय सीमा से सटे बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों तक जरूरी सामान पहुंचाने के लिए अभियान चला रही है।

    जम्मू के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल का कहना है कि सेना के जवान इस समय मौसम की चुनौतियों का सामना कर लोगों की मदद करने के लिए हाजिर हैं। स्थानीय बटालियनें अपने-अपने इलाकों में लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए कार्रवाई कर रही हैं। वहीं, दूसरी ओर सीमा सुरक्षा बल सीमा से सटे बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए मेडिकल कैंपों का आयोजन कर रही है।

    इसी कड़ी में अखनूर क्षेत्र की पंचायत काना चक्क के साथ मढ़, ललयाल गुज्जर बस्ती के लोगों के लिए चिकित्सा शिविर आयोजित किया। बीएसएफ के डॉक्टरों, पैरा मेडिकल स्टाफ ने 154 जरूरतमंदों को दवाइयां उपलब्ध कराईं। मरीजों को एंबुलेंस से सीएचसी रामगढ़ पहुंचाकर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई। साथ ही कठुआ के बाढ़ प्रभावित गांव पानसर में चिकित्सा शिविर का आयोजन किया।

    बीएसएफ के डॉक्टरों व फार्मासिस्टों ने पानसर, रथुआ, मिनी पानसर और गजनाल के 40 प्रभावित ग्रामीणों का स्वास्थ्य सुविधाएं दी। वहीं, दूसरी ओर बीएसएफ व सरकारी अस्पताल मंडी के डाक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ ने 160 ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच कर आवश्यक दवाइयां वितरित की। इन चिकित्सा राहत प्रयासों ने प्राकृतिक आपदाओं के दौरान लोगों के बीएसएफ की प्रतिबद्धता को दोहराया।