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    जम्मू संभाग में प्रभावितों की मदद के लिए आगे आई सेना की रायजिंग स्टार कोर, जम्मू, सांबा, कठुआ में लोगों को बचाया

    Updated: Wed, 27 Aug 2025 12:48 PM (IST)

    जम्मू और कश्मीर में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए भारतीय सेना आगे आई। सेना ने जम्मू सांबा कठुआ और पठानकोट के जलमग्न इलाकों में बचाव अभियान चलाया जिसमें हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया गया। सीमा सुरक्षा बल भी सीमांत क्षेत्रों में सतर्कता बरत रही है और बाढ़ प्रभावित लोगों को बचाने में सहयोग कर रही है।

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    सेना ने कई नागरिकों और सुरक्षा बलों के जवानों को सुरक्षित निकाला है और राहत कार्य जारी है।

    राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। भारी बारिश के कारण नदी, नालों में बाढ़ से प्रभावित हुए लोगाें के लिए भारतीय सेना के जवान मंगलवार को देवदूत बनकर मदद करने के लिए मैदान में आ गए।

    सेना की रायजिंग स्टार कोर के जवानों ने मंगलवार को जम्मू, सांबा व कठुआ जिलों के साथ पंजाब के पठानकोट में कई जलमग्न इलाकों में फंसे लोगों को बचाने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया। इस अभियान के दौरान हेलीकाप्टरों का इस्तेमाल किया गया।

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    जारी माह में यह दूसरी बार है जब कोर के जवान लोगों को बचाने के लिए आए हैं। इससे पहले रायजिंग स्टार कोर ने कठुआ जिले में बादल फटने से प्रभावित इलाकों में अभियान चलाकर कई जानें बचाई थी।

    सीमा सुरक्षा बल भी अतिरिक्त सर्तकता बरत रही

    वहीं दूसरी ओर जम्मू संभाग के सीमांत क्षेत्रों के जलमग्न होने से उपजे हालात में सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाली सीमा सुरक्षा बल अतिरिक्त सर्तकता बरत रही है। सांबा जिले के बसंतर नदी का बांध टूटने से सीमा से सटे रामगढ़ के इलाके मंगलवार को जलमग्न हो गए।

    ऐसे में बाढ़ प्रभावित इलाके में सीमा सुरक्षा बल की चौकियों पर तैनात जवानों ने लोगों को बचाने में सहयोग दिया। सीमा सुरक्षा बल के जवान सीमा की सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त सर्तकता बरतते हुए सीमांत क्षेत्रों में नौकाओं का भी इस्तेमाल कर रहे हैं।

    कई निचले इलाके जलमग्न

    जम्मू संभाग के पहाड़ी इलाकों में तेज बारिश से नदियों में उफान के कारण जम्मू संभाग के जम्मू, सांबा व कठुआ जिले के कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। ऐसे में भारतीय सेना ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में व्यापक आपदा राहत अभियान शुरू किया है।

    इस दाैरान सेना की कई टुकड़ियों को हरकत में लाकर बाढ़ में फंसे लोगों की जान बचाने के लिए अभियान छेड़ दिया गया। इस अभियान में हेलीकाप्टरों व नौकाओं का भी इस्तेमाल हुआ। सैनिकों ने ममून डिवीजन के इलाके में बाढ़ की चपेट में आई सीमा सुरक्षा बल की कुछ चौकियों से जवानों के साथ सीमांत इलाकों में कुछ सैनिकों को भी सुरक्षित निकाला।

    प्रभावित इलाकों में सेना की टुकड़ियां तैनात की गई

    विभिन्न बाढ़ प्रभावित इलाकों में सेना की रायजिंग स्टार कोर की टाइगर व ममून डिवीजन के टुकड़ियां तैनात की गई। जम्मू में सेना की चार बचाव टुकड़ियां लोगों को बचाने के लिए हरकत में लाई गई थी। इस दौरान जम्मू जिले के गाढ़ी गढ़ में सेना के जवानों ने एक बच्चे सहित सात लोगों को बचाया।

    वहीं आरएसपुरा के शेरगढ़ में एक इमारत के अंदर फंसे लगभग 12 नागरिकों को भी बचाया गया। आरएसपुरा के शेर-ए-कश्मीर विश्वविद्यालय की इमारत के अंदर फंसे विद्यार्थियों को भी सेना के जवानों ने सुरक्षित निकाला। स्वांजना में सैनिकों ने एक सरकारी स्कूल में फंसे विद्यार्थियों को बचाया। इसके साथ सांबा के नड इलाके में पानी में फंसे लोगों को बचाने के लिए सैनिकों ने जम्मू कश्मीर पुलिस की नौकाओं का इस्तेमाल किया।

    पठानकोट में भी चला रायजिंग स्टार कोर का राहत अभियान

    वहीं कठुआ के साथ लगते पंजाब के पठानकोट में भी रायजिंग स्टार कोर का राहत अभियान चला। जम्मू के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बताया कि रायजिंग स्टार कोर की स्थानीय बटालियनें अपने अपने इलाकों में लोगों की मदद के लिए हाजिर रही। जम्मू के साथ पठानकोट के बाढ़ प्रभावित इलाकों में भी सेना के जवानों ने लोगों की मदद के लिए अभियान चलाया।

    उन्होंने बताया कि ममून डिवीजन के इलाकों में आने वाले कचले गांव सात को एयरलिफ्ट किया गया। इसके साथ शाहपुर कंडी में दो लोगों को हेलीकॉप्टर से बचाया गया। सीमा सुरक्षा बल की निक्का बीओपी से ग्यारह बीएसएफ कर्मियों को बचाया गया। वहीं भरियाल में नौ सैनिकों व 50 नागरिक के करीब लोगों को पानी से सुरक्षित निकाला गया।