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    जम्मू अंतरराष्ट्रीय सीमा पर BSF का हाई-टेक मौत का जाल, बोले- 'कोहरे में भी घुसपैठियों को नहीं मिलेगा बचने का मौका'

    By Vivek Singh Edited By: Rahul Sharma
    Updated: Fri, 21 Nov 2025 07:00 PM (IST)

    सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ रोकने के लिए हाई-टेक सुरक्षा जाल बिछाया है। थर्मल इमेजर्स और सर्विलांस राडार जैसे उपकरणों से लैस, यह सिस्टम रात में भी घुसपैठियों का पता लगाने में सक्षम है। बीएसएफ ने चेतावनी दी है कि सीमा पार करने की कोशिश करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, क्योंकि बल सीमा सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

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    सीमा प्रहरी बरत रहे उच्चतम स्तर की सतर्कता, विंटर मैनेजमेंट स्ट्रैटेजी प्रभावी।

    राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। जम्मू में सर्दियों में घनी धुंध की आड़ में पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की कोशिश करने वालों को मौत मिलेगी। आधुनिक तकनीक से लैस सीमा प्रहरियों अंतरराष्ट्रीय सीमा पर देश के दुश्मनों को मार गिराने के लिए जाल बिछाया है।

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    दिसंबर महीने में ठंड गहराने के साथ ही सीमांत क्षेत्र में कोहरा गहराने लगेगा। ऐसे में सर्दियों के महीनों की चुनौतियों का सामना करने के लिए सीमा सुरक्षा बल जम्मू फ्रंटियर ने अपनी विंटर मैनेजमेंट स्ट्रैटेजी को प्रभावी बना है। इस समय अत्याधुनिक तकनीकी उपकरणों के इस्तेमाल से सीमा पर एंटी-इन्फिल्ट्रेशन ग्रिड को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जवानों की अतिरिक्त तैनाती, अतिरिक्त नाके लगाने के साथ सीमांत क्षेत्र में बड़े पैमाने पर संयुक्त तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं।

    पिछले तीन दिनों के दौरान सीमा सुरक्षा बल के जवान, जम्मू कश्मीर के स्पेशल आपरेशन ग्रुप, बार्डर पुलिस के जवानों के साथ जम्मू संभाग के कठुआ, सांबा व जम्मू जिलों में सीमा से सटे इलाकों को लगातार खंगाला जा रहा है। कई जगहों पर मोबाइल अौचक नाके लगाकर संदिग्ध लोगों व वाहनों की तलाशी ली जा रही है। सर्दियों के महीनों में यह विशेष अभियान इसी तरह से जारी रहेगा। जम्मू संभाग में 192 किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सर्तकता का स्तर व सीमा प्रहरियों का मनोबल उंचा है, इसका अंदाजा सीमा पार मौके की तलाश में बैठक देशविरोधी तत्वों को भी है।

    बेहतर समन्वय, उच्चतम स्तर की सर्तकता से सीमा प्रहरी इस समय किसी भी प्रकार की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। आने वाले दिनों में सीमांत क्षेत्र घने कोहरे की चपेट में होंगे। ऐसे समय में हमार जवानों के मनोबल के साथ अाधुनिक तकनीक दुश्मन को नाकाम बनाने के काम आएगी। सीमा सुरक्षा बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जागरण को बताया कि सर्दियों की हर चुनौती को ध्यान में रखकर इसका तोड़ बनाया गया है। इस समय सीमा के साथ सीमा के सटे इलाकों में भी सीमा सुरक्षा बल ने अपना पूरा दबदबा बना रखा है। सीमा प्रहरी सर्दियों के महीनों की चुनौतियों का सामना करना अच्छी तरह से जानते हैं।

    घुसपैठ रोकने के लिए संयुक्त रणनीति बनाई

    जम्मू के राजौरी, पुंछ जिलों में नियंत्रण रेखा पर बर्फबारी के बाद आतंकी जम्मू के मैदानी इलाकों से घुसपैठ करने की कोशिशें करते हैं। ऐसे हालात से निपटने के लिए पिछले कुछ दिनों के दौरान सीमा सुरक्षा बल, सेना, खुफिया एजेंसियों व जम्मू कश्मीर पुलिस ने संयुक्त रणनीति बनाई है। सीमा पर ऐसी जगहों पर पहचान की गई यहां से आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर सकते हैं। इन इलाकों में आतंकियों को मार गिराने के लिए पूरी तैयारी है। सुरक्षा को पुख्ता बनाने के लिए संयुक्त प्रयास जारी है। खुफिया सूचनाओं को फौरन साझा करने के साथ मिलकर सुरक्षा ग्रिड को पुख्ता बनाया जा रहा है।

    इसी बीच सीमा पर उच्चतम स्तर की सर्तकता बनाए रखने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के दौरे जारी हैं। सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक दलजीत सिंह ने कुछ दिन पहले जम्मू संभाग में अंतरराष्ट्रीय सीमा के अग्रिम इलाकों का दौरा किया था। वहीं सेना की उत्तरी कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा नियंत्रण रेखा के दौरों के साथ उधमपुर व साथ लगते कठुआ के ऐसे इलाकों में भी सुरक्षा को पुख्ता बना रहे हैं जो घुसपैठ कर आए आतंकवादियों के कश्मीर जाने के मार्ग रहे हैं।

    कोहरे में आधुनिक उपकरणों से सीमा के चप्पे चप्पे पर रखी जाती है नजर

    सर्दियों में घने कोहरे के कारण सीमा पार दूर तक देखना संभव नही होता है। ऐसे में विंटर मैनेजमेंट स्ट्रेजेटी में सर्तकता का स्तर बढ़ाने के साथ घने कोहने में भी देखने में सक्षम एचडी नाइट विजन, हर हरकत पर अलर्ट करने वाले ग्राउंड सेंसर्स, अंधेरे में शरीर की गर्मी को देखने में सक्षम थर्मल इमेजर के इस्तेमाल के साथ जवानों की अतिरिक्त तैनाती की जाती है। सीमा पर कंट्रोल रूम में मुस्तैद सीमा प्रहरी मानीटर से हर गतिविधि को साफ देखते हैं।

    सीमा पर मौजूदा नाकों के बीच नए नाके लगाए जाते हैं ताकि कोहरे के बाद वे नाकों पर तैनात जवान एक दूसरे से तालमेल बना सकें। सीमा से सटे इलाकों में सरकंडे हटाकर सुनिश्चित किया जाता है कि कोई इनकी आड़ में सीमा के पास न आ जाए। सीमांत क्षेत्र में अधिकारियों के दौरे बढ़ाने के साथ सीमा की लगातार पड़ताल, व निरंतर तलाशी अभियान चलाए जाते हैं। इसके साथ जेसीबी व ट्रेक्टरों की मदद से सीमा के कई हिस्सों की खुदाई कर सुनिश्चित किया जाता है कि जमीन के नीचे कहीं कोई सुरंग तो नही खोदी जा रही है।

    इन इलाकों में चले हैं तलाशी अभियान

    सीमा सुरक्षा बलों ने पिछले तीनों के दौरान जम्मू कशमीर पुलिस की एसओजी व बार्डर पुलिस के साथ कई सीमांत इलाकों को खंगाला है। इनमें सांबा जिले की बसंतर नदी, देगा नाला, तारापुर व कोलपुर गांव शामिल हैं। वहीं सीमा प्रहरियों ने जम्मू जिले के बिश्नाह के अरनिया के कठार गांव में संयुक्त नाका लगाया था। इसके साथ सांबा जिला के सदोह, आरंगल, मावा में भी संयुक्त तलाशी अभियान चलाया गया। इससे पहले कठुआ जिले के कोट पन्नू, मढ़ीन में भी संयुक्त अभियान चला। इसके साथ जम्मू जिले के कानाचक्क सेक्टर के कृपालपुर व गजनसू में भी तलाशी अभियान चलाया गया है। सीमा से सटे इलाकों में ऐसे संयुक्त तलाशी अभियान अब सर्दियों के महीनों में जारी रखेंगे।