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    जीएसटी सुधार से जम्मू-कश्मीर पर्यटन उद्योग को मिलेगी नई जान, पर्यटकों को मिलेगी राहत, सस्ते होंगे होटल और रेस्तरां

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 04:11 PM (IST)

    केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी दरों में कटौती से जम्मू-कश्मीर के पर्यटन उद्योग को लाभ मिलेगा। 7500 रुपये तक के होटल कमरों पर जीएसटी 12 प्रतिशत से घटकर 5 प्रतिशत हो गया है। होटल व रेस्तरां टैरिफ 28 प्रतिशत से घटकर 18 प्रतिशत हो गया है जो 22 सितंबर से लागू होगा।

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    इससे नवरात्र में आने वाले पर्यटकों को फायदा होगा और राज्य की जीडीपी में पर्यटन का योगदान बढ़ेगा।

    जागरण संवाददाता, जम्मू। केंद्र सरकार की ओर से गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स(जीएसटी) की दरों में की गई कटोती का आने वाले समय में जम्मू-कश्मीर के पर्यटन उद्योग को भी सीधा लाभ मिलने वाला है।

    केंद्र सरकार ने साढ़े सात हजार रुपये तक के होटल कमरों के किरायों में जीएसटी को 12 प्रतिशत से कम करके पांच प्रतिशत करने व होटल टैरिफ को 28 प्रतिशत से कम करके 18 प्रतिशत करने का फैसला लिया है और ये नई दरें 22 सितंबर से लागू हो जाएगी।

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    ऐसे में नवरात्र से आरंभ होने वाले पर्यटन सीजन में देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों को जीएसटी में इस कमी का लाभ मिलेगा। हालांकि जम्मू-कश्मीर समेत उत्तर भारत में इस समय जिस तरह के हालात बने हुए हैं, उससे होटल उद्योग से जुड़े लोगों को इस सीजन में तो श्रद्धालुओं व पर्यटकों की कोई खास चहल-पहल लौटने की उम्मीद नहीं है लेकिन उनका मानना है कि आने वाले समय में इसका स्थानीय होटल व पर्यटन उद्योग को काफी लाभ मिलेगा।

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    होटल उद्योग व कारोबार से जुड़े लोगों का मानना है कि पर्यटन उद्योग की इस समय प्रदेश की कुल जीडीपी का सात से 15 प्रतिशत हिस्सा है और जब पर्यटन उद्योग का बढ़ावा मिलेगा तो इससे जीडीपी में इसकी हिस्सेदारी भी बढ़ेगी।

    रोजगार के बढ़ेंगे अवसर, मजबूत होगी अर्थव्यवस्था

    -जम्मू-कश्मीर में लाखों लोग प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से पर्यटन क्षेत्र से रोजगार पाते है और पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलने से यहां रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि जब जम्मू-कश्मीर का भ्रमण, यहां ठहराव व खानपान सस्ता होता तो इससे मेहमानों की संख्या बढ़ेगी। इससे अधिक से अधिक युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।

    जम्मू का कारोबार भी पूरी तरह से श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं पर निर्भर है और जब इनकी संख्या बढ़ेगी तो इससे केवल पर्यटन उद्योग ही नहीं, अन्य कारोबार को भी उछाल मिलेगा जिससे पूरे प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

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    जीएसटी में कटौती का छोटे होटलों व लाज को कोई खास लाभ मिलने वाला नहीं। इसका लाभ केवल उन्हीं को मिलेगा जो जीएसटी पर इनपुट लेते है। जम्मू में भी अब कई होटल चेन खुल चुकी है। उन्हें इसका सीधा लाभ होगा। छोटे होटल व लाज पहले भी छह प्रतिशत जीएसटी अदा करते थे, अब पांच प्रतिशत करेंगे। इसी तरह छोटे रेस्तरां व ढाबों पर भी कोई खास फर्क पड़ने वाला नहीं। -पवन गुप्ता, प्रधान आल जम्मू होटल एंड लाज एसोसिएशन

    इसमें कोई दो राय नहीं कि जीएसटी में की गई कटोती का आने वाले समय में काफी लाभ होगा। मध्य वर्ग को सबसे अधिक लाभ मिलेगा। रेस्तरां में खाना सस्ता होने पर मध्यवर्ग परिवार भी खाना खाने जाएंगे। इससे रोजगार बढ़ेगा। जब अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं का खर्च कम होगा तो वे अधिक दिन रूकने की योजना बनाकर आएंगे, इससे वे जम्मू के अन्य क्षेत्रों का भ्रमण करने जा सकते हैं। इससे जम्मू के आसपास के इलाकों में भी रोजगार की संभावनाएं बढ़ेगी। -दीपक गुप्ता, प्रधान ट्रेडर्स फेडरेशन वेयर हाउस-नेहरू मार्केट

    अभी तो जम्मू में जो हालात बने हुए हैं, उससे इस साल तो सीजन बर्बाद ही नजर आ रहा है। यात्रा पर और घूमने लोग तभी निकलते हैं, जब हालात सामान्य होते हैं। इस समय हर तरफ पानी से हुई बर्बादी है लेकिन यह तय है कि आने वाले सालों में जब हालात सामान्य होंगे तो इसका लाभ जम्मू के पर्यटन उद्योग को मिलेगा। केंद्र सरकार ने जीएसटी में कटौती करके एक बड़ी राहत दी है जिसका आने वाले सालों में काफी लाभ मिलेगा। -अरूण गुप्ता, प्रधान चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री जम्मू 

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