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    कश्मीर तक रेल से आसान हुई सेना की राह, लेह तक ट्रेनों से भेजा जा रहा सर्दियों में यूज होने वाला सामान

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 11:17 AM (IST)

    जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में तैनात भारतीय सैनिकों के लिए सर्दियों की तैयारी अब और भी आसान हो गई है। सेना की जरूरत का सामान अब रेलगाड़ी से कश्मीर तक पहुंच रहा है। उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक बनने से विंटर स्टाकिंग के तरीके में बदलाव आया है और लेह तक सामान पहुंचाना आसान हो गया है।

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    कश्मीर में सेना का साजो सामान लेकर पहुंची विशेष मालगाड़ी से सेना के ट्रकों में सामान लादते कर्मचारी। फोटो सेना

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। रणनीतिक रूप से अहम कश्मीर व लद्दाख में सर्दियों के महीनों के लिए भारतीय सैनिकों की तैयारियों का नया अध्याय शुरू हो गया है। सेना की जरूरत को पूरा करने के लिए कश्मीर तक रेलगाड़ी से सेना की जरूरत का साजो सामान पहुंचने लगा है।

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    पहले सितंबर व अक्टूबर के महीनों में कश्मीर संभाग के उच्च पर्वतीय इलाकों के साथ लद्दाख के लिए ट्रकों से सामान पहुंचाने के लिए व्यापक अभियान चलता था।

    लेह तक सामान पहुंचान हुआ आसान

    अब उधमपुर -श्रीनगर–बारामुला रेल लिंक बनने से सेना की विंटर स्टाकिंग के तरीके में व्यापक बदलाव आएगा। रेलगाड़ी से कश्मीर तक पहुंचने वाले सामान को लेह तक पहुंचाना अब आसान हो गया है।

    जम्मू के बाड़ी ब्राहमणा से 753 मीट्रिक टन सामान लेकर अनंतनाग तक पहुंची विशेष मालगाड़ी सेना की शीतकालीन तैयारियों में एक निर्णायक बदलाव का प्रतीक है।

    अनंतनाग में 13 सितम्बर को इस मालगाड़ी के माध्यम से पहुंचा सर्दियों के लिए सामान कश्मीर के दूरदराज इलाकों के साथ लद्दाख में सैन्य यूनिटों के लिए भेज दिया गया है।

    ऑपरेशनल तैयारियों को दी जा रही गति

    इसमें खाने, पीने के सामान के साथ जरूरत का साजो सामान भी है। यह पहल दुर्गम हिमालयी क्षेत्रों में सेना की ऑपरेशनल तैयारियों को पूरा साल गति देने की दिशा में महत्वपूर्ण है।

    सेना का सामान लेकर कश्मीर पहुंची विशेष मालगाड़ी वापसी में सेब ला रही। जम्मू के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने कहा, सेना देश की रक्षा के साथ राष्ट्र निर्माण में भी सक्रिय भूमिका निभा रही है।