Samba Accident: चंद मिनट में विवाह की खुशी मातम में बदली, सड़क हादसे में दूल्हे और उसके दोस्त की दर्दनाक मौत; परिवार में मचा हड़कंप
जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर सांबा जिले के नानके चक के पास रविवार रात हुए सड़क हादसे में दूल्हे और उसके दोस्त की दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार एक ब्रेजा कार नानके चक से सांबा की ओर जा रही थी। इसी बीच विपरीत दिशा से तेल के टिन से लदे ट्राले ने कार को अपनी चपेट में ले लिया।

संवाद सहयोगी, सांबा। जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर सांबा जिले के नानके चक के पास रविवार रात हुए सड़क हादसे में दूल्हे और उसके दोस्त की दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, एक ब्रेजा कार नानके चक से सांबा की ओर जा रही थी। इसी बीच विपरीत दिशा से तेल के टिन से लदे ट्राले ने कार को अपनी चपेट में ले लिया और कार समेत सड़क के नीच जाकर पलट गया।
हादसे में कार ट्राले के नीचे दब गई
इस हादसे में कार ट्राले के नीचे दब गई। वाहनों के टकराने की आवाज सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया और पुलिस को भी सूचित कर दिया। कुछ ही देर में पुलिस क्रेन लेकर वहां पहुंच गई। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद ट्राले के नीचे दबी कार और उसमें फंसे लोगों को बाहर निकाला गया। हादसे में कार सवार दो लोगों की मौत हो चुकी थी।
हादसे में कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई
हादसे में कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। कार की नंबर प्लेट से ही उसकी पहचान हो पाई। शवों को सांबा जिला अस्पताल के शवगृह में पोस्टमार्टम के लिए रखा गया है। मृतकों की पहचान सुशील कुमार (30) पुत्र मनसुख दयाल निवासी लंगथ नानके चक और रोमी पुत्र अशोक कुमार निवासी निवासी नानके चक, सांबा के रूप में हुई।
हादसे में मारे गए सुशील कुमार का विवाह, आठ दिसंबर को पुरमंडल के खड़ा मदाना की रहने वाली अनु के साथ हुआ था। रविवार को रिसेप्शन का कार्यक्रम सांबा में रखा गया था। सुशील अपने दोस्त रोमी के साथ रिसेप्शन के लिए घर से निकला था कि कुछ ही दूरी पर मौत उनका इंतज़ार कर रही थी। सुशील ने अपनी नई नवेली दुल्हन को सांबा से किसी पार्लर से लेना था और वहां से तीनों को रिसेप्शन के लिए जाना था, जहां पहले से उनके रिश्तेदार इंतजार कर रहे थे। सुशील ने इंजीनियर की पढ़ाई की थी और वह अभी किसी निजी कंपनी में नौकरी करता था।
जानकारी नहीं होने से दुर्घटनास्थल के पास से निकल गए कई रिश्तेदार
दुर्घटना का समाचार पूरे गांव में फैल गया था, लेकिन किसी को इस बात की जानकारी नहीं थी कि कार में कौन सवार थे। जिला अस्पताल में पहुंचे कई रिश्तेदारों ने बताया कि जैसे ही हमें पता चला कि सड़क दुर्घटना हुई है और लंबा जाम भी लग गया है, तो कई रिश्तेदारों ने दूसरा रास्ता पकड़कर रिसेप्शन वाली जगह पर पहुंच गए। उन्हें यह नहीं पता था कि हादसे में जान गंवाने वाला सुशील और उसका दोस्त रोमी थे। गाड़ी ट्राले के नीचे से निकालने के बाद कार का नंबर देखने के बाद सारा मामला सामने आया। जब इसकी सूचना उनके परिवार को मिली तब परिवार के लोग घटनास्थल पर पहुंचे। ऐसे में वहां चीख-पुकार मच गई।
पिता का रो-रोकर बुरा हाल
सुशील के पिता मनसुख दयाल का रो-रोकर बुरा हाल था। वे बार-बार यही कह रहे थे कि अपनी नई नवेली बहू को क्या जवाब देंगे। हे भगवान तूने यह क्या अनर्थ कर दिया। वहीं, दूल्हे के छोटे भाई, जो बीएसएफ में हैं, उसे जैसे ही इसकी सूचना मिली तो वह बेसुध हो गया। हादसे के बाद रिसेप्शन पर पहुंचे रिश्तेदार भी कुछ ही देर में दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए। जाम की वजह से कई लोग पैदल ही वहां पहुंचे। राजमार्ग पर लगे लंबे जाम को यातायात कर्मियों ने कड़ी मेहनत के बाद सुचारु करवाया।
यह भी पढ़ें- एक्सीवेटर के गड्ढे में गिरने से तीन लोगों की मौत, पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी
सिंगल रास्ता होने की वजह से हुई दुर्घटना
जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर सांबा के नानके चक के पास रास्ता सिंगल है, जिसकी वजह से यह दुर्घटना हुई। इससे पहले भी कई बार इसी जगह पर कई बार हादसे हो चुके हैं, जिसमें लोगों की जान भी जा चुकी है। नानके चक में एक रेलवे का पुल है और इसके आने और जाने के लिए मात्र एक ही रास्ता है। रेलवे का पुल होने की वजह से दूसरे छोर का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है। पुल के दोनों ओर से काम पूरा कर लिया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों की मानें तो रेलवे विभाग की ओर से इसकी मंजूरी मिलना बाकी है। जैसे ही उसकी मंजूरी मिलती है काम पूरा कर लिया जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।