जम्मू के कुख्यात अपराधी शम्मा गुज्जर ने फिर दिया पुलिस को चकमा, जानलेवा हमले के बाद चिनाब पार कर फरार
जम्मू रूरल पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती कुख्यात अपराधी शम्मा गुज्जर फिर से पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया। हत्या के प्रयास और लूट जैसे कई मामलों में वांछित शम्मा को पकड़ने के लिए अखनूर में ऑपरेशन चलाया गया था। पुलिस टीम पर हमला होने के बाद शम्मा नाव से चिनाब नदी पार कर भाग गया।

संवाद सहयोगी, जागरण, अखनूर। जम्मू रूरल पुलिस की कार्यप्रणाली और तैयारी पर गंभीर सवाल खड़े कर देने वाली एक बड़ी घटना में, कुख्यात अपराधी शम्मा गुज्जर एक बार फिर पुलिस के हाथ से फरार हो गया।
हत्या के प्रयास, लूट, मवेशी तस्करी और नशा तस्करी जैसे कई मामलों में वांछित शम्मा को पकड़ने के लिए अखनूर थाना क्षेत्र के कोटगड़ी में चिनाब नदी किनारे विशेष ऑपरेशन चलाया गया था।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस को पुख्ता जानकारी मिली थी कि शम्मा वहां छिपा हुआ है। इस पर सांदवा चौकी प्रभारी राज सिंह के नेतृत्व में टीम, अखनूर पुलिस के सहयोग से, मौके पर पहुंची। लेकिन जैसे ही पुलिस ने आरोपी को घेरने की कोशिश की, पास के डेरों में रहने वाले गुज्जरों ने, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे, पुलिस पर पथराव कर दिया।
हंगामे के दौरान शम्मा और उसके साथियों ने तेजधार हथियार लहराते हुए पुलिस पर जानलेवा हमला कर दिया, जिसमें चौकी प्रभारी राज सिंह को मामूली चोटें आईं। हालात बेकाबू होते देख पुलिसकर्मियों को जान बचाने के लिए हवा में फायरिंग करनी पड़ी।
लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि इतने गंभीर मामलों में वांछित शम्मा एक बार फिर पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। उसने मौके पर नाव मंगवाई और चिनाब पार कर राजपुरा की ओर भाग निकला।
स्थानीय लोगों का सवाल है कि जब पुलिस को पहले से पुख्ता इनपुट था तो ऑपरेशन बिना पुख्ता तैयारी, बैकअप और भीड़-नियंत्रण उपायों के साथ क्यों चलाया गया? “अगर इस दौरान कोई बड़ा हादसा हो जाता तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेता?” लोग पूछ रहे हैं।
यह घटना न केवल पुलिस की रणनीति और दक्षता पर सवाल उठाती है, बल्कि इस बात पर भी कि आखिर शम्मा जैसा अपराधी बार-बार गिरफ्त से कैसे बच निकलता है? क्या यह केवल डर है या कहीं कोई ‘फिक्सिंग’ की कहानी भी छिपी है?
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