जम्मू सुपर स्पेशियलिटी में कैथ लैब बंद होने के कारणों की जांच के निर्देश, एम्स-पीजीआइ से सामान मंगवा शुरू की लैब
जम्मू के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में कैथ लैब के बंद होने के कारणों की जांच के आदेश दिए गए हैं। एम्स और पीजीआई से सामान मंगवाकर लैब को फिर से शुरू करन ...और पढ़ें

स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव डा. सैयद आबिद रशीद ने चूककर्ताओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। दो दिनों तक जम्मू के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में कैथ लैब बंद होने के बाद स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग हरकत में आया है। विभाग ने लैब को शुरू करने के लिए एम्स जम्मू और पीजीआइ चंडीगढ़ से जरूरी सामान मंगवाने के अतिरिक्त अन्य कंपनियों से भी उपकरण व अन्य सामान मंगवाना शुरू कर दिया है।
वहीं इस पूरे मामले की जांच करने के भी निर्देश दिए हैं। विभाग ने अस्पताल से स्टंट चोरी होने की बात कहते हुए भी मामला दर्ज किया है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव डा. सैयद आबिद रशीद मंगलवार शाम को सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल में पहुंचे और उन्होंने हृदय संबंधी सेवाओं की तत्काल बहाली करने और चूककर्ताओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि विभाग ने अमृत फार्मेसी नेटवर्क के अंतर्गत कार्यरत चार आपूर्तिकर्ताओं द्वारा जम्मू के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के हृदय रोग विभाग में हृदय संबंधी उपकरणों और स्टेंट की आपूर्ति में अचानक व्यवधान उत्पन्न किए जाने को गंभीरता से लिया है। आपूर्तिकर्ताओं ने बिना किसी पूर्व सूचना के भुगतान में देरी का हवाला देते हुए सोमवार से आवश्यक हृदय प्रत्यारोपण और उपभोग्य सामग्रियों की आपूर्ति रोक दी थी।
वैकल्पिक विक्रेताओं की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया
सचिव ने जीएमसी जम्मू को वैकल्पिक विक्रेताओं और एम्स विजयपुर, जीएमसी श्रीनगर, स्किम्स, और पीजीआइ चंडीगढ़ सहित अन्य संस्थानों से आपूर्ति की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। इसके बाद जीएमसी प्रशासन ने हृदय संबंधी सेवाएं तुरंत बहाल करने का दावा किया।
सचिव ने मरीजों की निर्बाध देखभाल सुनिश्चित करने के लिए वैकल्पिक अधिकृत आपूर्तिकर्ताओं के माध्यम से आवश्यक हृदय संबंधी उपकरणों की तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि औषधि एवं रोगी सुरक्षा विनियमों के अनेक प्रावधानों के उल्लंघन के लिए ड्रग कंट्रोलर जम्मू-कश्मीर ने कुछ प्रतिष्ठानों के विरुद्ध नियमों के अनुसार सख्ती से कार्रवाई शुरू की है। यही नहीं हृदय संबंधी स्टेंट की कथित चोरी और अवैध रूप से हटाने के लिए सीसीटीवी साक्ष्य के साथ आपराधिक शिकायत दर्ज की गई है।
सचिव ने कहा कि व्यवधान के कारणों का पता लगाने, उत्तरदायित्व निर्धारित करने और प्रणालीगत सुरक्षा उपायों की सिफारिश करने के लिए एक विस्तृत जांच शुरू की गई है। जम्मू कश्मीर मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन को भी भी हृदय प्रत्यारोपण और उपकरणों के लिए रेट कांट्रेक्ट को प्राथमिकता के आधार पर अंतिम रूप देने के लिए निर्देश दिए गए हैं।गौरतलब है कि एसोसिएशन आफ कार्डियक सप्लायर्स आफ सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया था उनका तीस करोड़ रुपयों का भुगतान लंबित है। इस कारण वे सामान सप्लाई करने में असमर्थ हैं।
साठ प्रक्रियाएं हुई स्थगित
सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल में दो दिनों तक कैथ लैब बंद होने के कारणर करीब साठ प्रक्रियाएं स्थगित कर दी गई है। दो दिनों में सिर्फ इमरजेंसी में एक ही प्रक्रिया हुई। कोई भी स्टंट, पेसमेकर, एंजियाग्राफी, एंजियोप्लस्टी नहीं हुई। विभागाध्यक्ष डा. सुशील शर्मा ने बताया कि जरूरी सामान की सप्लाई न होने के कारण प्रक्रिया करना संभव नहीं था।
सिर्फ जीएमसी जम्मू में है कैथ लैब
जम्मू संभाग में सरकारी मेडिकल कालेजों में सिर्फ जीएमसी जम्मू में ही कैथ लैब की सुविधा है। पूरे संभाग से यहीं पर लोग स्टंट, पेसमेकर, एंजियाग्राफी, एंजियोप्लस्टी सहित अन्य प्रक्रियाओं के लिए आते हैं। दो दिनों तक लैब बंद होने के कारण एक भी नई एडमिशन नहीं हुई। गंभीर रूप से बीमार मरीज निजी अस्पतालों में चले गए। जीएमसी जम्मू के प्रिंसिपल डा. आशुतोष गुप्ता का कहना है कि पीजीआइ, एम्स जम्मू जैसे संस्थानों से जरूरी सामान मंगवा कर देर शाम से सेवाएं शुरू कर दी गई हैं।

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