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    जम्मू में दो सप्ताह बाद स्कूलों में लौटने लगी रौनक, कुछ निजी स्कूलों में शुरू हुई ऑफलाइन कक्षाएं

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 01:23 PM (IST)

    जम्मू में बारिश और बाढ़ के कारण 25 अगस्त से बंद सरकारी और निजी स्कूल दो सप्ताह बाद फिर से खुलने लगे हैं। कुछ निजी स्कूलों और श्री प्रधानमंत्री केंद्रीय विद्यालयों में ऑफलाइन कक्षाएं शुरू हो गई हैं। शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों को सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट जमा करने का आदेश दिया है जिसके बाद ही अन्य स्कूल खुलेंगे।

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    भारी बारिश और भूस्खलन से कुछ स्कूल इमारतों को नुकसान पहुंचा है, इसलिए सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।

    जागरण संवाददाता, जम्मू। वर्षा और बाढ़ के चलते 25 अगस्त से बंद पड़े सरकारी व निजी स्कूलों में दो सप्ताह के बाद बच्चों की रौनक लौटना शुरू हो गई। बुधवार को जम्मू में कुछ निजी स्कूलों ने आफलाइन कक्षाएं शुरू कर दी तो वहीं श्री प्रधानमंत्री केंद्रीय विद्यालयों में भी बुधवार को दो सप्ताह बाद ऑफलाइन कक्षाएं शुरू हुई।

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    हालांकि लगभग सभी सरकारी स्कूल व अधिकतर निजी स्कूल अभी बंद है और सुरक्षा आडिट रिपोर्ट मिलने के बाद ही स्कूलों में कक्षाएं आरंभ हो पाएगी। मौसम में सुधार को देखते हुए गत दिवस शिक्षा निदेशालय ने एक आदेश जारी कर स्पष्ट किया था कि जब तक सरकारी व प्राइवेट स्कूल इमारत के सुरक्षित होने का प्रमाणपत्र प्राप्त नहीं देते, तब तक वहां आफलाइन कक्षाएं नहीं चलाई जा सकती।

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    कुछ प्राइवेट स्कूलों में ऑफलाइन कक्षाएं शुरू

    यह प्रमाणपत्र स्कूलों को संबंधित विभाग से प्राप्त करना है और अगर किसी स्कूल प्रभारी या प्रबंधन को लगता है कि उसकी इमारत सुरक्षित है और उसे सुरक्षा आडिट की आवश्यकता नहीं है तो उस स्कूल का प्रभारी या कमेटी खुद लिखकर देगी। इस औपचारिकता को पूरा करते हुए बुधवार को कुछ प्राइवेट स्कूलों में ऑफलाइन कक्षाएं शुरू कर दी।

    असुरक्षित स्कूल को वैकल्पिक स्थान पर बंदोबस्त करने होंगे

    सुरक्षा आडिट में प्रबंधनों को स्कूल की इमारत की मौजूदा स्थिति, वहां बिजली पानी के ढांचे की व्यवस्था, परिसर में बच्चों की सुरक्षा के बंदोबस्त की जांच रिपोर्ट देनी है। इसके अलावा अगर किसी स्कूल की इमारत को असुरक्षित घोषित किया जाता है तो उस स्कूल की कक्षाओं को वैकल्पिक स्थान पर चलाने के बंदोबस्त करने होंगे, जिसके लिए स्कूल पंचायत घर, सामुदायिक भवन आदि के साथ संपर्क कर सकता है।

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    कई स्कूलों की इमारतों को पहुंचा है नुकसान

    बता दे कि भारी बारिश, बाढ़ व भूस्खलन से कई स्कूलों की इमारतों को भी नुकसान पहुंचा है, जिसकी वजह से बच्चों को स्कूल में लाने से पहले सुरक्षा आडिट की रिपोर्ट को अनिवार्य किया गया है ताकि स्कूल खुलने की सूरत में कोई हादसा न हो। पूरे जम्मू संभाग में 25 अगस्त से स्कूल बंद पड़े है। सरकारी स्कूलों में विभिन्न निरीक्षण टीमें वहां स्थिति का मुआयना करने के लिए पहुंच रही है।

    निजी स्कूलों ने अपने तौर पर सेफ्टी आडिट करवाया

    इन टीमों में मुख्य शिक्षा अधिकारी, जोनल शिक्षा अधिकारी और लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर भी शामिल है। ये टीमें स्कूलों की इमारतों की स्थिति का बारिकी से आंकलन कर रही है। वहीं निजी स्कूलों ने भी अपने तौर पर विशेषज्ञों द्वारा इमारतों का सेफ्टी आडिट करवाया है।

    कई स्कूल में बड़ी-बड़ी दरारें भी आ गई हैं

    भारी बारिश, बाढ़ व भूस्खलन से ग्रामीण व पहाड़ी इलाकों में ही नहीं बल्कि शहरों में भी कई स्कूलों की इमारतों को खासा नुकसान पहुंचा है। कई स्कूल की दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें भी आ गई हैं। ऐसे में सरकार किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहती लेकिन ऐसी संभावना है कि अगले एक-दो दिन में अधिकतर प्राइवेट स्कूल आफलाइन कक्षाएं शुरू कर देंगे।

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