कश्मीर के किसानों और फल व्यापारियों को रेलवे की सौगात: बडगाम से दिल्ली तक पार्सल ट्रेन सेवा शुरू
कश्मीर घाटी के किसानों और व्यापारियों के लिए रेलवे बोर्ड ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। बडगाम से आदर्श नगर दिल्ली के बीच नियमित पार्सल ट्रेन सेवा शुरू होने से सेब जैसे फलों की ढुलाई में आसानी होगी। सड़क मार्ग बाधित होने से किसानों को हो रहे नुकसान से भी निजात मिलेगी। मुख्यमंत्री की मांग पर रेलवे बोर्ड ने यह फैसला लिया।

दिनेश महाजन, जम्मू। कश्मीर घाटी के किसानों और फल व्यापारियों को आखिरकार बड़ी राहत मिल गई है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग कई दिनों तक बंद रहने से जहां सेब और अन्य मौसमी फलों का कारोबार ठप पड़ने लगा था, वहीं अब रेलवे बोर्ड के ताज़ा फैसले ने नई उम्मीद जगा दी है।
रेलवे ने बडगाम से आदर्श नगर दिल्ली के बीच नियमित पार्सल ट्रेन सेवा शुरू करने की मंजूरी दी है। यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है, जब भारी बारिश, भूस्खलन और सड़क बंदी से घाटी का सड़क संपर्क बार-बार बाधित हो रहा है और किसानों को करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ रहा है।
जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा कृषि और बागवानी पर टिका है। विशेषकर कश्मीर के सेब, नाशपाती, चेरी और अखरोट जैसे उत्पाद न सिर्फ स्थानीय बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी पहचान रखते हैं।
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जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग से होती है सप्लाई
इन उत्पादों की ढुलाई मुख्य रूप से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग से होती है। लेकिन यह मार्ग बरसात और बर्फबारी के मौसम में अक्सर बंद हो जाता है। पिछले कुछ हफ्तों से लगातार हो रही बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन हुआ, जिससे मार्ग कई दिनों तक बाधित रहा।
इस दौरान सेब के हजारों ट्रक घाटी में ही फंसे रहे, जबकि मंडियों में समय पर न पहुंच पाने से फलों की गुणवत्ता प्रभावित हुई और व्यापारियों को भारी घाटा उठाना पड़ा। अब यह पार्सल ट्रेन रोजाना बडगाम से आदर्श नगर, दिल्ली के बीच चला करेगी।
मुख्यमंत्री ने की पार्सल ट्रेन चलाने की की थी मांग
राष्ट्रीय राजमार्ग के बार-बार बंद होने से परेशान होकर कश्मीर घाटी के फल व्यापारियों ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से गुहार लगाई। उन्होंने तत्काल इंटरनेट मीडिया के माध्यम से केंद्रीय रेल मंत्री से संपर्क कर कश्मीर से दिल्ली तक मालगाड़ी सेवा शुरू करने की मांग उठाई थी। मुख्यमंत्री का तर्क था कि जब तक रेल के जरिये ढुलाई की सुविधा नहीं मिलेगी, तब तक किसानों और व्यापारियों का नुकसान रुकना संभव नहीं है। मुख्यमंत्री की इस मांग और किसानों की कठिनाइयों को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने 20 अगस्त को बडगाम से दिल्ली के बीच पार्सल ट्रेन चलाने को मंजूरी दे दी।
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प्रदेश पुलिस के जिम्मे होगी ट्रेन की सुरक्षा
जम्मू रेल डिवीजन के डिवीजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) विवेक कुमार ने बताया कि इस पार्सल ट्रेन में 8 पार्सल वेन और एक एसएलआर लगाया जाएगा। ट्रेन की सुरक्षा प्रदेश पुलिस की देखरेख में सुनिश्चित की जाएगी। यह सेवा केवल फलों की ढुलाई तक सीमित नहीं होगी, बल्कि केसर, अखरोट, पश्मीना शॉल, कालीन और कश्मीरी हस्तशिल्प जैसे पारंपरिक उत्पाद भी देश के कोने-कोने तक भेजे जा सकेंगे। इससे न केवल व्यापारियों की आय में वृद्धि होगी बल्कि कश्मीरी उत्पादों की पहचान और मजबूत होगी।
पहली ट्रेन की शुरुआत
जम्मू रेल डिवीजन के सीनियर कामर्शियल मैनेजर उचित सिंघल ने बताया कि पहली पार्सल ट्रेन 13 सितंबर को दोपहर 12:10 बजे आदर्श नगर दिल्ली से बडगाम के लिए रवाना होगी। वहीं, 15 सितंबर को सुबह 6:15 बजे यह ट्रेन बडगाम से दिल्ली के लिए चलेगी। इसके बाद 15 सितंबर से रोजाना यह सेवा दोनों दिशाओं में उपलब्ध होगी। सड़क मार्ग की तुलना में ट्रेन लगभग 23 घंटे में दिल्ली पहुंच जाएगी, जिससे समय और लागत दोनों की बचत होगी।
आर्थिक मजबूती और रोजगार के अवसर
विशेषज्ञ मानते हैं कि पार्सल ट्रेन सेवा जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था में नई जान फूंक देगी। अभी तक सड़क मार्ग की अस्थिरता और उच्च लागत के कारण किसान और व्यापारी घाटे से जूझते थे। रेलवे का विकल्प मिलने से उन्हें अपने उत्पाद सुरक्षित और समय पर देश के बड़े शहरों तक भेजने का भरोसा मिलेगा। इससे छोटे कारोबारियों को भी फायदा होगा और परिवहन क्षेत्र में नए रोजगार अवसर पैदा होंगे।
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कश्मीर के फल व्यापारियों ने किया स्वागत
कश्मीर के कई फल व्यापारियों ने इस पहल का स्वागत किया है। उनका कहना है कि हर साल बरसात और बर्फबारी के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने से उन्हें करोड़ों का नुकसान होता था। कई बार पूरी खेप सड़कों पर ही खराब हो जाती थी। अब रेलवे सेवा से न केवल उनका माल समय पर पहुंचेगा, बल्कि परिवहन की लागत भी कम होगी।
जानकारों का मानना है कि यदि यह सेवा सफल रही, तो भविष्य में बडगाम से अन्य प्रमुख शहरों तक भी पार्सल ट्रेनें चलाई जा सकती हैं। इससे घाटी के किसानों और व्यापारियों को पूरे देश में स्थायी और भरोसेमंद बाजार मिलेगा।
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