हथियारों की तस्करी, लॉन्चिंग कमांडर और ओवरग्राउंड वर्कर... घाटी को फिर से दहलाने के लिए क्या है लश्कर और जैश का प्लान?
कश्मीर में आतंकवाद को फिर से ज़िंदा करने की साज़िश रची जा रही है। लश्कर और जैश जैसे आतंकी संगठन मिलकर आत्मघाती हमलों के लिए दस्ते तैयार कर रहे हैं। आईएसआई ने इन संगठनों की निगरानी के लिए एक विशेष प्रकोष्ठ बनाया है। गुलाम जम्मू कश्मीर में हुई बैठकों में निष्क्रिय संगठनों को सक्रिय करने और घुसपैठ बढ़ाने पर चर्चा हुई। भारतीय सेना ने चौकसी बढ़ा दी है।

आत्मघाती हमलों के लिए दस्ता तैयार कर रहे लश्कर और जैश (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। कश्मीर में मरणासन्न आतंकवाद को पुनर्जीवित करने और लोगों में भय एवं असुरक्षा का वातावरण उत्पन्न करने के लिए सरहद पार से एक बड़ा षड्यंत्र रचा गया है।
लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन अब अलग-अलग नहीं, बल्कि मिलकर अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की तैयारी में हैं। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने इन दोनों संगठनों की समन्वित आतंकी गतिविधियों की निगरानी के लिए विशेष प्रकोष्ठ बनाया है।
इसे जम्मू कश्मीर में आत्मघाती हमलों के लिए विशेष दस्ते तैयार करने का जिम्मा सौंपा गया है।सूत्रों के अनुसार, पिछले माह गुलाम जम्मू कश्मीर के मुजफ्फराबाद और भबर में पाकिस्तानी सेना और आइएसआइ के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में लश्कर, जैश, हिजबुल, तहरीकुल मुजाहिदीन समेत विभिन्न आतंकी संगठनों के कमांडरों और जमात-ए-इस्लामी के प्रतिनिधियों के साथ दो अलग-अलग बैठकें हुई हैं।
ऑपरेशन सिंदूर का बदला लेने की तैयारी
इन बैठकों में निष्क्रिय आतंकी संगठनों को फिर से सक्रिय करने, पूर्व कमांडरों का भत्ता बढ़ाने और ऑपरेशन सिंदूर में हुए नुकसान का बदला लेने के लिए कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने के षड्यंत्र पर विस्तार से चर्चा की गई है।
नए षड्यंत्र को आगे बढ़ाने के लिए पाकिस्तानी सेना और आइएसआइ ने जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए लश्कर और जैश के आतंकियों की घुसपैठ को बढ़ाया है। आतंकियों की सुरक्षित घुसपैठ को सुनिश्चित करने के लिए एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ड्रोन के जरिए पहले टोह ली जाती है।
घुसपैठ करने वाले आतंकियों को निर्देश दिया गया है कि वे कम से कम अपने रेडियो सेट का प्रयोग करें और मोबाइल फोन पर बातचीत के लिए केवल बताए गए मोबाइल एप का ही इस्तेमाल करें।
बढ़ाई गई हथियारों की तस्करी
स्थानीय गाइड और ओवरग्राउंड वर्कर से संपर्क तभी किया जाए जब अत्यंत आवश्यक हो। आतंकी कमांडर ने कश्मीर में सक्रिय अपने नेटवर्क के लिए हथियारों की तस्करी भी बढ़ा दी है।
पुराने कमांडर भी बदल दिए लश्कर और जैश ने एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अपने सभी पुराने कमांडरों को भी बदल दिया है। पुंछ और उड़ी के लिए लश्कर ने शमशेर नामक एक आतंकी को तैनात किया है।
आने वाले दिनों में भारतीय चौकियों पर हमले की आशंका
सांबा सेक्टर में सीमा पार बैट की गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है। इसके आधार पर कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में भारतीय चौकियों पर हमले की आशंका है। पाकिस्तान सरकार और सेना दबाव में पाकिस्तान सरकार और सेना लगातार बढ़ते आर्थिक संकट और तहरीके तालिबान की गतिविधियों के दबाव में हैं।
इस स्थिति से बचने के लिए कश्मीर में फिर से आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने का पुराना तरीका अपनाया जा रहा है। इसे देखते हुए भारतीय सेना और खुफिया एजेंसियों ने उत्तरी कमांड के सभी सेक्टरों में चौकसी को बढ़ा दिया है।

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