Ramban Accident: सेना का वाहन खाई में गिरते ही जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद, घंटों तक गाड़ियों की लंबी कतार; जाम में फंसे लोग
जम्मू-कश्मीर के रामबन के बैटरी चश्मा में सेना का वाहन खाई में गिरने से राहत व बचाव अभियान चलाया गया जिसके चलते जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही बाधित रही। शवों को निकालने के बाद ही राजमार्ग खोला गया जिसके कारण लंबा जाम लग गया। ऊधमपुर में रोके गए ट्रकों को बाद में घाटी की ओर रवाना किया गया।

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर। रामबन के बैटरी चश्मा में जब सेना का वाहन गहरी खाई में गिरा तो राहत व बचाव अभियान के चलते जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई। इसके बाद घंटों तक राजमार्ग के दोनों तरफ वाहन खड़े रहे। जब शवों को निकाल कर अस्पताल ले जाया गया, उसके बाद ही वाहनों की आवाजाही शुरू की गई। हालांकि जब वाहन चलना शुरू हुए तो जाम की स्थिति बन गई।
सुबह करीब साढ़े 11 बजे जब सेना का वाहन गहरी खाई गिरा तो राहत व बचाव कार्य के लिए सेना, सीआरपीएफ, पुलिस व अन्य कई एजेंसियां मौके पर पहुंच गई। जिस स्थान पर वाहन खाई में गिरा था, वहां फोरलेन राजमार्ग नहीं था और डबल लेन पर ही वाहन चल रहे थे। बचाव अभियान के लिए आए वाहन जब राजमार्ग पर खड़े हुए और दूसरे वाहनों को चलने के लिए स्थान नहीं मिला। इसके बाद दोनों तरफ वाहनों की आवाजाही को बंद कर दिया गया।
हाईवे को चालू करना बेहद चुनौती
बचाव अभियान चल रहे सुरक्षाकर्मियों और क्यूआरटी टीम के लिए 500 मीटर की खाई से शवों को बाहर निकाल कर राजमार्ग तक लाना बड़ी चुनौती थी। रस्सियों की मदद से सुरक्षाकर्मी और क्यूआरटी के सदस्यों ने घंटों मदद कर शवों को बाहर निकाला।
जब शवों को बाहर निकाल कर एंबुलेंस में रख कर अस्पताल की तरफ ले जाया गया और उसके बाद ही राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही शुरू की जा सकी।
ट्रकों को घाटी की तरफ किया रवाना
वाहनों की आवाजाही बंद होने पर ऊधमपुर से भी वाहनों के घाटी की तरफ जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था और ऊधमपुर में भी वाहनों की लंबी कतार लग गई। ऊधमपुर में ज्यादातर ट्रकों को रोका गया था। इसके बाद चालक परेशान होकर बाहर बैठ कर आगे जाने की अनुमति मिलने का इंतजार करने लगे।
दोपहर करीब साढ़े तीन बजे बैटरी चश्मा में जब दोनों तरफ वाहन चलना शुरू हुए तो जाम की स्थिति बन गई। शाम के समय ऊधमपुर में रोके गए ट्रकों को भी घाटी की तरफ रवाना कर दिया गया और जाम की समस्या और अधिक बढ़ गई। पुलिस को राजमार्ग पर यातायात व्यवस्था को बनाए रखने के लिए दिन भर मशक्कत करनी पड़ी।

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