Updated: Sat, 06 Sep 2025 06:09 AM (IST)
आरएसपुरा में बारिश और बाढ़ के कारण धान की फसल को भारी नुकसान हुआ है। कई गांवों में लगभग 1750 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है खेतों में सिल्ट और जलभराव से फसलें बर्बाद हो गई हैं। कृषि विभाग नुकसान का आकलन कर रहा है और किसानों को सरकार से मुआवजे की उम्मीद है ताकि वे अगली फसल के लिए तैयार हो सकें।
संवाद सहयोगी, आरएसपुरा। वर्षा और बाढ़ ने आरएसपुरा उपजिला में धान की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। जानकारी के अनुसार बड़याल ब्राह्मणा, दरिया, फतेहपुर, चक हंसू, अब्दुलियां, शामक, चंदू चक और लाईयां गांवों में करीब 1750 हैक्टेयर (लगभग 4300 एकड़) धान की फसल प्रभावित हुई है।
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खेतों में आई सिल्ट और गंदगी ने पूरी फसल को चौपट कर दिया है। गांवों में अब भी कई जगह खेतों में जलभराव बना हुआ है। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार करीब 700 एकड़ जमीन पर पानी खड़ा है।
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर जल्द पानी नहीं निकला तो खेत दोबारा तैयार करना कठिन और महंगा साबित होगा। कुल मिलाकर आरएसपुरा उपजिला में धान की फसल को व्यापक नुकसान हुआ है। कृषि विभाग नुकसान का आकलन कर रहा है और रिपोर्ट सरकार को भेजी जा रही है।
किसानों को अब राहत और मुआवजे की आस है। उप-जिला कृषि अधिकारी अरुण जारल ने बताया कि जहां खेतों में बाढ़ का पानी सिल्ट और गंदगी छोड़ गया है, वहां नुकसान तय है। हालांकि जिन जगहों पर अभी पानी खड़ा है, वहां धान की फसल को तुरंत नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन अगर जलभराव लंबे समय तक रहा तो बची हुई फसल भी खराब हो जाएगी।
हमने धान की खेती में पूरे साल मेहनत की, लेकिन अचानक आई बाढ़ ने सब बर्बाद कर दिया। अब घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है।- सौदागर चौधरी, किसान, आरएसपुरा
धान हमारी मुख्य फसल है। इस बार पूरी तरह चौपट हो गई। सरकार से उम्मीद है कि नुकसान का सही आकलन कर मुआवजा दिया जाएगा, तभी अगली बार बुआई संभव होगी। स्वयं की तीन एकड़ फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। -स्वर्ण सिंह
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