Jammu Kashmir : श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय ने वर्ष 2021-22 में सौर ऊर्जा से बचाए 57 लाख रुपये
Jammu Kashmir विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को पूरी तरह से लागू करने के लिए कौशल विकास वोकेशनल कोर्स शुरू कर रही है। विश्वविद्यालय की एग्जिक्यूटिव काउंसिल ने हाल ही में एमए हिंदी एमए डोगरी कोर्स शुरू करने को मंजूरी दी है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रो. रविंद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि विवि कैंपस में पर्यावरण के संरक्षण के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। इसमें बारिश का पानी बचाने, सौर ऊर्जा उत्पादन, सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंध आदि शामिल हैं।
साल 2021-22 में सौर ऊर्जा से 1041016 यूनिट उत्पादन करके 57.25 लाख रुपये की बचत की। विश्वविद्यालय के आठवें दीक्षा समारोह में वीसी ने विवि की उपलब्धियों पर रिपोर्ट पेश की। उन्होंने कहा कि 19 अगस्त 2004 को तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने विश्वविद्यालय का उद्धाटन किया था। उस समय विवि में दो स्कूल आइटी व मैनेजमेंट थे जिसमें 54 विद्यार्थी व तीन फैकल्टी सदस्य थे।
अठारह साल की अवधि में विश्वविद्यालय ने बहुत तरक्की की है। अब विवि में 24 कोर्स, 2500 से अधिक विद्यार्थी , 140 से अधिक फैकल्टी सदस्य है और पर्याप्त ढांचा मौजूद है। विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को पूरी तरह से लागू करने के लिए कौशल विकास, वोकेशनल कोर्स शुरू कर रही है। विश्वविद्यालय की एग्जिक्यूटिव काउंसिल ने हाल ही में एमए हिंदी, एमए डोगरी कोर्स शुरू करने को मंजूरी दी है।
इंजीनियरिंग के क्षेत्र में विश्वविद्यालय को देश में 101 वा रैंक हासिल हुआ है। आर्केटेक्चर के क्षेत्र में विश्वविद्यालय को 16 वा रैंक हासिल किया। विश्वविद्यालय अपना प्लेसमेंट का अभियान तेजी से चला रही है। साल 2020 में 193, साल 2021 में 208, साल 2022 में 447 विद्यार्थियों की प्लेसमेंट करवाई जिसमें अधिकतम पैकेज पंद्रह लाख रुपये का था।
मेडल व डिग्रियां हासिल कर विद्यार्थियों के चेहरे खुशी से खिले : श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय कटड़ा के आठवें दीक्षा समारोह में डिग्रियां व मेडल हासिल करने वाले विद्यार्थियों के चेहरे खुशी से खिले। मेहनत सफल होने पर विद्यार्थी काफी खुश थे। लड़कियों ने एक बार फिर से लड़कों को पीछे छोड़ा। चार यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडल में तीन पर लड़कियों ने कब्जा जमाया। यूनिवर्सिटी सिल्वर मेडल में भी लड़कियां छाई रही। साल 2020 के दस यूनिवर्सिटी सिल्वर मेडल में छह लड़कियों ने हासिल की। बायोटेक्नोलॉजी में पीएचडी की डिग्री हासिल करने वाली रूचि शाह ने कहा कि मुझे आज पीएचडी की डिग्री मिलने पर बहुत खुशी है। महिलाओं को विज्ञान के क्षेत्र में रिसर्च के लिए आगे आना चाहिए। साइंस व तकनीक विभाग सहित अन्य एजेंसियों से काफी सहयोग मिलता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को शादी के बाद एमएससी तक पढ़ाई नहीं छोड़ देनी चाहिए बल्कि रिसर्च के क्षेत्र में आगे जाना चाहिए। महिलाएं किसी से कम नहीं है। शादी के बाद भी पढ़ाई जारी रखी जा सकती है। कोई काम मुश्किल नहीं है। वहीं डिग्रियां व मेडल हासिल करने के लिए विद्यार्थी देश के विभिन्न हिस्सों से आए थे। विद्यार्थियों ने मेडल व डिग्रियां हासिल करके आपस में खुशियां सांझी की और फाेटो खींची। सेल्फी ली।
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