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    जम्मू: स्कूल शिक्षा विभाग की टीम नियमित तौर पर स्कूलों का करेंगी औचक दौरा, प्रशासनिक विभाग को सौंपेगी अपनी रिपोर्ट

    By Vikas AbrolEdited By:
    Updated: Sat, 02 Apr 2022 05:15 PM (IST)

    स्कूल शिक्षा विभाग के निदेशक महीने में चार स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। इसमें एक हायर सेकेंडरी स्कूल एक हाई स्कूल एक मिडिल स्कूल व एक प्राइमरी स्कूल शा ...और पढ़ें

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    स्कूल शिक्षा विभाग के निदेशक महीने में चार स्कूलों का निरीक्षण करेंगे।

    जम्मू, राज्य ब्यूरो। कोरोना से हालात सामान्य होने पर दो साल के अंतराल के बाद खुले स्कूलों में पढ़ाई का बेहतर ढांचा कायम करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग की टीम नियमित तौर पर औचक दौरा कर निरीक्षण करेगी। ढांचागत सुविधाओं से लेकर टीचिंग लर्निंग प्रक्रिया की निगरानी, निरीक्षण, मूल्यांकन होगा। यह सुनिश्चित बनाया जाएगा कि विभाग के अधिकारी हर हाल में स्कूलों के औचक दौरे करेंगे, प्रोफार्मा पर रिपोर्ट तैयार होगी और इसे प्रशासनिक विभाग को सौंपा जाएगा। इस संबंध में विभाग के प्रमुख सचिव बीके सिंह ने आदेश जारी किया है।

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    स्कूल शिक्षा विभाग के निदेशक महीने में चार स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। इसमें एक हायर सेकेंडरी स्कूल, एक हाई स्कूल, एक मिडिल स्कूल व एक प्राइमरी स्कूल शामिल होगा। इस तरह से विभाग के अतिरिक्त सचिव या विशेष सचिव महीने में चार स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। इसमें एक हायर सेकेंडरी स्कूल, एक हाई स्कूल, एक मिडिल स्कूल व एक प्राइमरी स्कूल शामिल होगा। मुख्य शिक्षा अधिकारी महीने में पांच स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। इसमें एक हायर सेकेंडरी स्कूल, एक हाई स्कूल, एक मिडिल स्कूल व दो प्राइमरी स्कूल शामिल होंगे। उप मुख्य शिक्षा अधिकारी पांच स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। इसमें दो हाई स्कूल, दो मिडिल स्कूल व एक प्राइमरी स्कूल शामिल होगा। जोनल शिक्षा अधिकारी पांच स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। इसमें दो मिडिल स्कूल व तीन प्राइमरी स्कूल शामिल होंगे।

    स्कूलों का निरीक्षण करने के बाद टीमें प्रशासनिक विभाग को दो दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपेगी। सभी अधिकारियों को अपनी रिपोर्ट महीने की पांच तारीख को प्रशासनिक विभाग को सौंपनी होगी। औचक दौरा कर स्कूलों का निरीक्षण करने वाली टीमों को एक प्रोफार्मा भर कर जमा करवाना होगा। उसी हिसाब से रेटिंग की जाएगी। तय प्रोफार्मा के तहत ढांचागत सुविधाओं में तीस प्रतिशत मूल्यांकन में बिल्डिंग, खेल ढांचा, आइसीटी लैब, फर्नीचर, वॉशरूम, पीने वाला पानी, बिजली, लाइब्रेरी, स्टाफ की संख्या और विषयों का मूल्यांकन चालीस प्रतिशत कक्षा के निरीक्षण का मूल्यांकन चालीस प्रतिशत रेटिंग अस्सी प्रतिशत से अधिक शानदार, साठ प्रतिशत से अस्सी प्रतिशत बहुत अच्छी, चालीस से साठ प्रतिशत अच्छी, चालीस से कम संतुष्टि वाली होगी। बताते चलें कि स्कूलों में नया अकादमिक सत्र शुरू हो गया है। दो साल के बाद शिक्षा पटरी पर आई है। स्कूलों में पढ़ाई का बेहतर ढांचा कायम करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।