जिला राजौरी में बारिश से सीमावर्ती क्षेत्र में भारी तबाही, दर्जनों कच्चे मकान गिरे, खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर
सुंदरबनी तहसील में भारी बारिश ने तबाही मचाई है जिससे कई गरीब परिवार बेघर हो गए हैं। कच्चे मकान गिरने से लोग खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। ग्रामीणों को पशुओं को रखने में भी दिक्कत हो रही है। प्रभावित लोगों ने प्रशासन से तत्काल राहत और अस्थायी आवास की मांग की है।

संवाद सहयोगी, जागरण, सुंदरबनी। सीमावर्ती क्षेत्र में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। बारिश के कहर से दर्जनों कच्चे मकान जमींदोज हो गए, जिससे गरीब परिवार बेघर हो गए हैं। हालात ऐसे हैं कि लोग खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि लगातार हो रही बारिश के कारण और भी मकान गिरने की आशंका बनी हुई है। बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की कोशिश की जा रही है।
गांव नाह के ग्रामीण अभी कुमार ने बताया कि सबसे अधिक परेशानी ग्रामीणों को माल मवेशियों को रखने में आ रही है क्योंकि कच्चे माल मवेशियों के मकान गिर चुके हैं। उन्होंने बताया कि पंचायत के रहने वाले सतपाल और चंद्र मोहन का कच्चा मकान गिर चुका है।
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जिस कारण उनके परिवार सहित माल मवेशियों के लिए परेशानी बनी हुई है बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है।उन्होंने कहा कि क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश ने ग्रामीणों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। बारिश के चलते कई कच्चे मकान ढह गए, जिनमें रखे माल-मवेशियों को भारी नुकसान पहुंचा है।
अचानक हुए हादसे से स्थानीय लोग दहशत में हैं और सुरक्षित ठिकानों की तलाश कर रहे हैं। प्रभावित लोगों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि उन्हें तत्काल राहत सामग्री और अस्थायी आवास उपलब्ध कराया जाए।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि अब तक कोई ठोस राहत कार्य नहीं किया गया है, जिससे उनकी परेशानियां और बढ़ गई हैं।
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तहसीलदार जाहिर राणा ने बताया कि प्रशासन द्वारा लोगों को बारिश के चलते नदी नालों से दूर रहने की लगातार सलाह दी जा रही है। उन्होंने बताया प्रशासन हालात पर पूरे नजर रखे हुए हैं। जिन लोगों का नुकसान हो रहा है उसकी भी रिपोर्ट बनाई जा रही है।
भूस्खलन से रवाडिया–तला और भगला सड़क बंद
जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएँ सामने आ रही हैं। ताजा मामले में सुंदरबनी के रवाडिया–तला और ठंडा पानी - भगला सड़क पर भारी भूस्खलन हुआ, जिसके चलते दोनों सड़कों पर आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है।
सड़कें बंद होने से ग्रामीण क्षेत्रों का संपर्क कट गया है और स्थानीय लोगों को आवाजाही में भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। प्रशासन और संबंधित विभागों की टीमें सड़कों को बहाल करने में जुटी हैं, लेकिन लगातार बारिश के कारण कार्य में दिक्कत आ रही है।
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वहीं सीमावर्ती क्षेत्र की बैरीपतन सेरी सड़क पर भी पहाड़ों से लगातार पत्थर और मलबा सड़क पर गिरने से मार्ग अवरुद्ध हो गया हैं। सीमावर्ती क्षेत्र के दादल कलासरा सड़क भी भूस्खलन की चपेट में आई है। जिस कारण सीमावर्ती क्षेत्र का शहर से संपर्क पूरी तरह से कट गया है।
जिसे खोलने के लिए प्रशासन द्वारा मशीनरी लगाई गई है। वहीं प्रशासन द्वारा लोगों से अपील की गई है कि वे बरसात के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
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