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    खुफिया अलर्ट जारी: जैश तैयार कर रहा वाहन बम, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर समेत कई राज्यों में आत्मघाती हमले की योजना

    By Naveen Sharma Edited By: Rahul Sharma
    Updated: Wed, 19 Nov 2025 12:41 PM (IST)

    खुफिया एजेंसियों ने जैश-ए-मोहम्मद द्वारा वाहन बम से दिल्ली, जम्मू-कश्मीर समेत कई राज्यों में आत्मघाती हमले की योजना का अलर्ट जारी किया है। सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और संभावित लक्ष्यों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। 

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    जैश का मकसद अशांति फैलाना है, पर सुरक्षा बल उनकी योजनाओं को विफल करने के लिए तैयार हैं।

    राज्य ब्यूरो, जागरण, श्रीनगर। ऑपरेशन सिंदूर में अपने नेटवर्क के तबाह होने और अपने परिवार के विभिन्न सदस्यों की मौत से हताश जैश-ए-मोहम्मद जम्मू कश्मीर में पुलवामा कांड को दोहराने का षडयंत्र रच रहा है।

    वह वाहन बम के साथ आत्मघाती आतंकी या फिर आत्मघाती आतंकी दस्ते के जरिए किसी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान या भीड़ वाले स्थान पर हमला कर सकता है। खुफिया एजेंसियों ने जैश ए मोहम्मद के इस नए षडयंत्र का एक अलर्ट जम्मू कश्मीर प्रदेश सरकार को भेजा है। अलर्ट का संज्ञान लेते हुए प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और सभी संदिग्ध तत्वों की निगरानी की जा रही है।

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    संबधित सूत्रों ने बतया कि खुफिया एजेंसियों के अनुसार, जैश ए मोहम्मद घाटी में विशेषकर दक्षिण कश्मीर में ठीक उसी तरह से किसी वाहन बम के साथ आत्मघाती आतंकी का इस्तेमाल कर सकता है,जैसा उसने 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर लेथपोरा में सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाने के लिए किया था।

    खुफिया सूत्रों के मुताबिक, जैश ए मोहम्मद सिर्फ जम्मू-कश्मीर में ही नहीं दिल्ली, राजस्थान, यूपी और गुजरात में हमला करने की फिराक मे हैं और इसके लिए उसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआई का पूरी सहमति है।

    संबधित सूत्रों ने बताया कि आतंकी संगठन के मंसूबों को नाकाम बनाने के लिए जम्मू-कश्मीर में चौकसी बढ़ाई गई है। पूरे प्रदेश में सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षाबलों की गश्त बढ़ा दी गई है। हाइवे व अन्य प्रमुख सड़कों से गुजरने वाले वाहनों की भी जांच की जा रही है। इसके अलावा विगत कुछ महीनों के दौरान चोरी हुए वाहनों का भी डेटा बेस तैयार किया जा रहा है।

    संबधित प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि वह किसी भी सार्वजनिक स्थलों पर वाहनों की अनाधिकृत पार्किंग रोके । इसके अलावा सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि वह अपने इलाके में किसी भी संदिग्ध गतिविधि का पता चलते ही उससे निपटने के लिए तत्काल अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करते हुए कार्रवाई करें।