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    श्रीनगर में बेग के जनाजे के दौरान पथराव, आगजनी और फायरिंग मामले में 29 साल बाद JKLF का पूर्व कमांडर जावेद गिरफ्तार

    By Naveen Sharma Edited By: Rahul Sharma
    Updated: Wed, 10 Dec 2025 11:36 AM (IST)

    श्रीनगर में 29 साल पहले बेग के जनाजे के दौरान हुए पथराव, आगजनी और फायरिंग के मामले में जेकेएलएफ के पूर्व कमांडर जावेद को गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ ...और पढ़ें

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    श्रीनगर पुलिस इस मामले की आगे जांच कर रही है।

    राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर के सोलिना-नाज क्रासिंग के पास लगभग 29 वर्ष पूर्व एक आतंकी कमांडर हिलाल बेग के जनाजे के दौरान पथराव, आगजनी और सुरक्षाबलों पर फायरिंग के मामले में पुलिस ने मंगलवार को जावेद मीर उर्फ जावेद नलका को गिरफ्तार कर लिया।

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    जावेद मीर प्रतिबंधित जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट का पूर्व डिप्टी चीफ कमांडर रह चुका है, जो बाद में आतंकी हिंसा को छोड़, अलगाववादी राजनीति में सक्रिय हो गया था। यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि पुलिस ने गत सोमवार को इसी मामले में इस्लामिक स्टुडेंट्स लीग के चेयरमै शकील अहमद बख्शी को भी गिरफ्तार किया है। 

    एयरफोर्स कर्मियों पर हमले की वारदात में भी आरोपित है जावेद

    जावेद मीर उर्फ जावेद नलका उन कश्मीरी आतंकियों में एक है, जो सबसे पहले आतंकी ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान गए थे। वह 25 जनवरी 1990 को श्रीनगर में एयरफोर्स कर्मियों पर हमले की वारदात में भी आरोपित है। इस हमले में एयरफोर्स के चार कर्मियों की मौत हो गई थी। 

    एयरफोर्स कर्मियों पर हमले और उनकी हत्या के मामले की जांच कर रही सीबीआई ने अक्टूबर 2019 में जावेद मीर को गिरफ्तार कर जम्मू स्थित टाडा अदालत में पेश किया था। अदालत ने उसे जमानत पर रिहा कर दिया था। वह 1989 में भारत के तत्कालीन गृहमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की पुत्री डॉ. रुबिया सईद के अपहरण के मामले मं भी आरोपित है। 

    पुलिस ने नलवा को उसके घर से किया गिरफ्तार

    संबधित अधिकारियोंने बताया कि जावेद मीर उर्फ जावेद नलका को आज जैनाकदल स्थित उसके घर से ही गिरफ्तार किया गया है। उसकी गिरफ्तारी 17 जुलाई 1996 को नाज क्रासिंग के पास हुई पत्थरबाजी, हिंसा, आगजनी और सुरक्षाबलों पर फायरिंग से संबधित शेरगढ़ी पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआइआर-192/1996 के मामले में हुई है। 

    इसमें रणबीर पीनल कोड के सेक्शन 307, 341, 148, 336, और 332 के साथ-साथ आर्म्स एक्ट के सेक्शन 7/25 और अनलॉफुल एक्टिविटीज़ प्रिवेंशन एक्ट के सेक्शन 13 के तहत आरोप शामिल हैं। 

    मुठभेड़ में मारा गया था आतंकी हिलाल बेग

    बताया जाता है कि कुख्यात आतंकी हिलाल अहमद बेग सुरक्षाबलों के साथ कथित तोर पर मुठभेड़ में मारा गया था। उसके शव को जब दफनाने के लिए ले जया जा रहा था तो नाज क्रासिंग केपास उसके जनाजे में शामिल लोग हिंसा पर उतर आए। जुलसू में शामिल आतंकियों ने सुरक्ष्ज्ञाबलों पर फायरिंग भी की थी,लेकिन किसी की मौत नहीं हुई।

    इस मामले में सैयद अली शाह गिलानी, अब्दुल गनी लोन,शकील अहमद बख्शी, मोहम्मद याकबू वकील, जावेद अहमद मीर,अब्दुल गनी लोन, शब्बीर शाह और नईम अहमद खान को नामजद किया गया है। इनमें सैयद अली शाह गिलानी, याकूब वकील और अब्दुल गनी लोन की मृत्यु हो चुकी है जबकि शब्बीर शाह और नईम खान टेरर फंडिंग के आरोप मं तिहाड़ जेल में बंद हैं।

    पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शकील बख्शी की गिरफ्तारी, कश्मीर में लंबित पड़े आतंकी मामलों की जांच पूरी करने और उनमें वांछित तत्वों का पता लगा उन्हें दंड िदलान के लिए जारी अभियान का हिस्सा है।