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    नौगाम ब्लास्ट: उमर सरकार ने गठन की उच्चस्तरीय कमेटी, केंद्रीय फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के वरिष्ठ वैज्ञानिक भी शामिल

    Updated: Thu, 20 Nov 2025 09:37 PM (IST)

    नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए बम विस्फोट की जांच के लिए सरकार ने उच्चस्तरीय समिति बनाई है, जिसमें फोरेंसिक विशेषज्ञ भी शामिल हैं। पुलिस ने जनता से विस्फोट संबंधी अपुष्ट खबरों पर विश्वास न करने की अपील की है। धमाका फरीदाबाद से बरामद विस्फोटकों की जांच के दौरान हुआ, जिसमें कई पुलिसकर्मियों और नागरिकों की जान गई। 

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    नौगाम ब्लास्ट: उमर सरकार ने गठन की उच्चस्तरीय कमेटी। फोटो जागरण

    राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए भीषण बम विस्फोट की जांच के लिए प्रदेश सरकार ने एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है। जांच समिति में भारत सरकार की केंद्रीय फोरेंसिक साइंस लेबारेटरी के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक को भी शामिल किया गया है।

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    इस बीच, पुलिस ने लोगों से आग्रह किया है कि वह इस विस्फाेट को लेकर किसी भी अपुष्ट समाचार, सूचना पर विश्वास न करें। इस सदंर्भ में कोई भी जानकारी पहले सत्यापित करें और सिर्फ अधिकारिक सूचनाओं पर ही विश्वास करें।

    उल्लेखनीय है कि गत शुक्रवार को पुलिस स्टेशन नौगाम में फरीदाबाद से बरामद किए गए विस्फोटकों क जांच के दौरान एक भीषण धमाका हुआ था। इसमें पुलिस स्टेशन की इमारत पूरी तरह ध्वस्त हो गई और छह पुलिसकर्मियों व एक नागरिक व दो राजस्वकर्मिों की इसमें मौत हो गई थी।

    नौगाम पुलिस स्टेशन में ही जैश ए मोहम्मद के पोस्टरों की जांच के आधार पर व्हाईट कालर आतंकी माडयूल पकड़ा गया है। इसी माडयूल में शामिल आतंकी डाकटर उमर ने लाल किले के पास आत्म्घाति आतंकी हमला किया था।

    पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 14 नवंबर, 2025 को नौगाम पुलिस स्टेशन में विस्फोटकों के बड़े जखीरे से नमूने जमा करने की प्रक्रिया की दौरान गलती से धमाका हुआ है। इस घटना के समय वहां फारेंसिक साइंस लेबोरेटरी के विशेषज्ञ ही नमूने जमा कर रहे थे। विस्फोट को लेकर कुछ भ्रामक सूचनाएं भी फैलाई जा रही हैं जो अनुचित हैं।

    प्रवक्ता ने बताया कि जम्मू कश्मीर सरकार ने इस मामले की जांच के लिए पहले ही एक समिति का गठन कर दिया है। गृह विभाग के प्रधान सचिव की अगुआई में यह समिति 16 नवंबर को गठित की गई है। इसमें कश्मीर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक, जिला मैजिस्ट्रेट श्रीनगरभारत सरकार की सेंट्रल फ़ोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक को शामिल किया गया है।

    समिति विस्फोट के कारणों ओर इस मामले में हुई लापरवाही व उसके लिए जिम्मेदार लोगों को चिह्नित कर रही है। जल्द ही वह अपरी रिपोर्ट देगी।

    प्रवक्ता ने बताया कि इंटरनेट मीडिया पर इस विस्फोट को लेकर कई भ्रामक सूचनाएं और दावे किए जा रहे हैं,जो लोगों में भ्रम पैदा करने, हालात बिगाड़ने का एक षडयंत्र है इसलिए जनता को सिर्फ अधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करना चाहिए।