Bokaro Airport को चालू करने रनवे पर उतरे डीसी, अधिकारियों को बता दिया टारगेट
Bokaro Airport: उपायुक्त अजय नाथ झा ने बोकारो हवाई अड्डे के निर्माण कार्य की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि 85% काम पूरा हो गया है। डीसी ने शेष कार्य को एक महीने में पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने गुणवत्ता बनाए रखने और समय सीमा का पालन करने के लिए भी कहा ताकि हवाई यात्रा की सुविधा जल्द मिल सके।

बोकारो हवाईअड्डा का अधिकारियों के साथ निरीक्षण करते उपायुक्त अजय नाथ झा। (फोटो-जागरण)
जागरण संवाददाता, बोकारो। बोकारो के उपायुक्त अजय नाथ झा ने सोमवार को बोकारो हवाई अड्डा परिसर में उड़ान सेवा प्रारंभ करने की दिशा में चल रहे क्रियान्वयन कार्यों की विस्तृत समीक्षा बैठक की। बैठक में उपायुक्त ने बताया कि एयरपोर्ट विकास से जुड़े लगभग 85 प्रतिशत कार्य पूरे कर लिए गए हैं, जबकि शेष 15 प्रतिशत कार्य निर्धारित अवधि में निपटा दिए जाएंगे।
उन्होंने परिसर में झाड़ी कटाव, साफ-सफाई और बाउंड्री वॉल के अधूरे हिस्से को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने को कहा। डीसी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि परिसर को बेहतर दृश्यता, सुरक्षा और परिचालन मानकों के अनुसार तैयार रखना अनिवार्य है, ताकि उड़ान सेवा शुरू करने में किसी भी प्रकार की बाधा न आए।
उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि एप्रन, रनवे के किनारे और टर्मिनल क्षेत्र के आसपास साफ-सफाई का स्तर लगातार बेहतर रखा जाए। जहां अतिक्रमण हटाया गया है उसका वायर फेंसिंग करने का निर्देश बोकारो स्टील को दिया गया।
उपायुक्त ने सभी उपस्थित अधिकारियों से कहा कि बोकारो एयरपोर्ट पूर्वी भारत के औद्योगिक क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी बनने जा रहा है, इसलिए सभी विभाग अपनी-अपनी जिम्मेदारियां समय पर पूरा करें ताकि जल्द से जल्द यहां से नियमित विमानन सेवाएं शुरू की जा सकें।
फायर टेंडर व एंबुलेंस की व्यवस्था होगी जल्द
बैठक के दौरान उपायुक्त ने अग्निशमन व्यवस्थाओं की नियमित टेस्टिंग और निरीक्षण पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट संचालन में फायर फाइटिंग सिस्टम एक अहम तत्व है, इसलिए सभी उपकरणों को कार्यशील स्थिति में रखना, नियमित ड्रिल कराना और सुरक्षा मानकों को पूरा करना अनिवार्य है।
डीसी ने सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए कहा कि चार बेड वाले एम्बुलेंस खरीद की प्रक्रिया को नियमसम्मत तरीके से पूरा करते हुए अगले 15 दिनों में हर हाल में संपन्न किया जाए। इसके साथ उन्होंने एयरपोर्ट से संबंधित सुरक्षा, यातायात समन्वय, वन विभाग से जुड़े एरिया क्लीयरेंस और तकनीकी रखरखाव की जिम्मेदारी वाले विभागों को समयबद्ध प्रगति रिपोर्ट देने का निर्देश दिया।
बैठक में एलोरा हॉस्टल परिसर के अवैध कब्जे को खाली कराने का भी मुद्दा उठाया गया, जिस पर डीसी ने संबंधित अधिकारियों को विधिक प्रक्रिया के अनुसार कार्रवाई करने को कहा।
इस समीक्षा बैठक में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया रांची के उप महाप्रबंधक मनोज सिंह, बिरसा मुंडा एयरपोर्ट रांची के निदेशक विनोद कुमार, प्रशिक्षु वन प्रमंडल पदाधिकारी संदीप शिंदे, अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी, एसडीओ चास प्रांजल ढांडा, पुलिस उपाधीक्षक नगर आलोक रंजन, बीएसएल और आईबी के अधिकारी तथा जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार मौजूद रहे।
हवाई अड़डे के संचालन में सबसे बड़ी बाधा वाच टावर
बोकारो हवाई अड्डे के संचालन को लेकर सबसे बड़ी समस्या वाच टावर को लेकर है। वर्तमान वाच टावर पर सुरक्षा अनुमति से देने से नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो बीसीएएस ने मना कर दिया है। नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो का कहना है कंक्रिट टावर होना चाहिए। वहीं एयरपोर्ट आथोरिटी का कहना है कि इस प्रकार के टावर से कई हवाई अड्डी का संचालन हो रहा है।

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