Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    किसान हो जाएं सावधान! पीएम किसान योजना का झांसा देकर ठगी कर रहे ठग; 8 गिरफ्तार

    Updated: Sun, 24 Aug 2025 03:58 PM (IST)

    देवघर में साइबर पुलिस ने पीएम किसान योजना के नाम पर ठगी करने वाले आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये ठग कृषि विभाग के कर्मचारी बनकर लोगों को फोन करते थे और उन्हें योजना का लाभ दिलाने का लालच देकर ठगी करते थे। पुलिस ने उनके पास से मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किए हैं और उन्हें जेल भेज दिया गया है।

    Hero Image
    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, देवघर। जिले के सक्रिय साइबर ठगों के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी है। इस अभियान के तहत लगातार साइबर ठगी के आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।

    इसी सिलसिले में पीएम किसान योजना का झांसा देकर ठगी करने वाले आठ साइबर ठगी के आरोपितों को साइबर थाना की पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

    पकड़े गए साइबर ठग देवघर के सोनारायठाढ़ी, पथरड्डा, चितरा थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। इनके पास से पुलिस ने 12 मोबाइल फोन व 13 सिम कार्ड बरामद किया गया है। इसमें से एक सिम कार्ड के खिलाफ प्रतिबिंब पोर्टल पर पहले से साइबर ठगी की शिकायत दर्ज है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इन आरोपितों को जिले के सारवां थाना क्षेत्र के डकाय जंगल से पकड़ा गया है। पकड़े गए आरोपितों में जिले के सोनारायठाढ़ी थाना क्षेत्र के कोलहड़िया गांव निवासी जितेन्द्र यादव, धोड़वा गांव सुदामा मंडल उर्फ हीरा मंडल, इसी थाना क्षेत्र के चंदना डुमरिया गांव निवासी दिनेश कुमार, अजीत कुमार यादव, इसी थाना क्षेत्र के दोंदिया नवाडीह गांव निवासी भविष्य कुमार, जिले के सारठ थाना क्षेत्र के पथरड्डा ओपी क्षेत्र के बारा नवादा गांव निवासी उमरगुल अंसारी, इसी ओपी क्षेत्र के सिमरातरी गांव निवासी चंदन कुमार दास और जिले के चितरा थाना क्षेत्र के सोनातर गांव निवासी उमेश दास शामिल हैं।

    पूछताछ के क्रम में इन आरोपितों ने बताया कि ये लोगों को कृषि विभाग के कर्मी बनकर फोन करते हैं। उन्हें पीएम किसान योजना का लाभ दिलाने, ट्रैक्टर दिलाने, कृषि के लिए अन्य उपकरण दिलाने का झांसा देते हैं।

    उनके बाद उन्हें लिंक भेजकर ठगी का शिकार बनाते हैं। पूछताछ करने के बाद आरोपितों को जेल भेज दिया गया। छापेमारी दल में साइबर थाना के इंस्पेक्टर त्रिलोचन तामसोय, एसआई प्रफुल्य कुमार मांझी शामिल थे।