Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    देवघर में पुलिस के हाथ लगी बड़ी कामयाबी, मधुपुर बैंक डकैती कांड में संलिप्त 11 आरोपित गिरफ्तार

    Updated: Mon, 27 Oct 2025 06:13 PM (IST)

    देवघर पुलिस ने मधुपुर एचडीएफसी बैंक डकैती मामले में 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से हथियार और लूटी गई नकदी बरामद हुई है। जांच में पता चला कि अन्नू सिंह इस घटना का मास्टरमाइंड था और इस गिरोह का संबंध कई राज्यों से है। पुलिस अभी भी लूटे गए सोने और अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।

    Hero Image

    पुलिस की गिरफ्त में आरोपी। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, देवघर। जिले के मधुपुर शहर के राजबाड़ी रोड स्थित एचडीएफसी बैंक में पिछले 22 सितंबर को हुए डकैती कांड का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है।

    पुलिस ने इस घटना में संलिप्त 11 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, उनके पास से एक नकाब, एक देसी पिस्तौल, दो जिंदा गोली, दो एटीएम, नकद 5.50 लाख, एक स्कोडा कंपनी का चार पहिया वाहन, दस मोबाइल फोन बरामद किया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वहीं, एक बाइक पहले ही बरामद किया गया था। जांच में पता चला था कि उक्त बाइक पटना से चोरी किया गया था। पकड़े गए आरोपितों में बिहार के वैशाली जिला के बिद्दुपुर थाना क्षेत्र के भैरोपुर गांव निवासी विकास कुमार, गौतम कुमार, रोहित कुमार, वैशाली जिला के सदर थाना क्षेत्र के अदलपुर गांव निवासी सन्नी सिंह उर्फ सूरज कुमार सिंह, रितेश कुमार उर्फ छोटू, साेनू कुमार, आनंद राज उर्फ टुकटुक, वैशाली जिला के हाजीपुर नगर थाना क्षेत्र के एसडीओ रोड निवासी अन्नू सिंह उर्फ राहुल सिंह, वैशाली जिला के देसरी थाना क्षेत्र के देसरी गांव निवासी इंद्रजीत उर्फ कुंदन सिंह, वैशाली जिला के ही हाजीपुर थाना क्षेत्र के सदर थाना क्षेत्र के बलवा कुवारी गांव निवासी विशाल उर्फ सिंह, इसी थाना क्षेत्र के गुदरीबाजार पोखरा मोहल्ला निवासी आकाश कुमार शामिल हैं।

    इनमें से गौतम कुमार और रोहित कुमार सगे भाई हैं। पुलिस ने बैंक में घुसकर डकैती की घटना को अंजाम देने वाले छह आरोपितों में से तीन को पकड़ा है। इन आरोपितों में रोहित कुमार, आनंद राज उर्फ टुकटुक और रितेश कुमार उर्फ छोटू शामिल हैं। बताया जाता है कि पकड़े गए आरोपितों में से अन्नू सिंह उर्फ राहुल सिंह इस घटना का मास्टरमाइंड था।

    पुलिस की अब तक की जांच में पता चला है कि इस घटना को बहुत ही शातिर गिरोह द्वारा अंजाम दिया गया था। इस कांड की रेकी एक गिरोह ने की और दूसरे ने घटना को अंजाम दिया। वहीं इस गिरोह ने पहले भी बैंक, सोने चांदी की बड़ी दुकानों में डकैती की घटनाओं को अंजाम दिया है।

    वहीं, बिहार के हाजीपुर में हुए मुथूट फाइनेंस में हुए डकैती कांड में भी इनका हाथ रहा है। ये गिरोह कैश से भी ज्यादा सोने व चांदी लूटने पर फोकस करता था। ये घटनाओं को अंजाम देने से पहले उसकी पूरी साजिश रचते थे।

    इनका गिरोह बहुत ही बड़ा है। पकड़े गए आरोपितों में से कुछ ने गिरोह को पैसे से मदद की। कुछ ने घटना की रेकी की। कुछ का इस घटना से सीधा लेना देना नहीं था लेकिन उन्हें इसकी जानकारी हो गयी तो उन्होंने ब्लैकमेल कर पैसा खाया।

    झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, गोवा, हरियाणा से जुड़े थे तार

    इस घटना के तार झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, गोवा, हरियाणा से जुड़े हुए थे। इन जगहों पर छापेमारी कर इन 11 आरोपितों को पकड़ा गया है।

    एसपी सौरभ ने बताया कि 22 सितंबर को डकैती की घटना को अंजाम दिए जाने के बाद एसडीपीओ मधुपुर सत्येन्द्र प्रसाद, एसडीपीओ सारठ रंजीत लकड़ा, एसडीपीओ देवघर अशोक कुमार सिंह व डीएसपी मुख्यालय वेंकटेश कुमार के नेतृत्व में चार टीमों का गठन किया गया था।

    घटना के बाद पुलिस के पास को पुख्ता साक्ष्य नहीं था। लेकिन टीम ने काफी अच्छा काम किया और फिर गिरोह का पता चला। उसके बाद टीम ने झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, गोवा व हरियाणा के फरीदाबाद में छापेमारी कर इन आरोपितों को पकड़ा।

    आरोपितों की गिरफ्तारी में बिहार एसटीएफ, उत्तर प्रदेश, हरिणाण, गोवा पुलिस का भी भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ। वहीं, झारखंड मुख्यालय से भी पूरा सहयोग प्राप्त हुआ। टीम वर्क के तहत इस मामले का उद्भेदन किया गया है।

    एसपी ने कहा कि इस मामले के अनुसंधान में जिले के लगभग हर वरीय पुलिस अधिकारी शामिल थे। कुछ ने सामने से काम किया तो कुछ ने पर्दे के पीछे से काम किया। पुलिस टीम ने काफी अच्छा काम किया है। इस मामले के अनुसंधान में शामिल सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत तो किया ही जाएगा।

    साथ ही मुख्यालय स्तर पर भी पुरस्कृत किए जाने के लिए अनुशंसा की जाएगी। वहीं, दूसरे प्रदेश की पुलिस टीम जिन्होंने सहयोग किया उन्हें भी पुरस्कृत करने के लिए उनके मुख्यालय को अनुशंसा की जाएगी।

    देवघर में रहकर की थी रेकी

    बैंक लूट की घटना को अंजाम देने वालों ने देवघर में रहकर रेकी की थी। वे यहां के होटलों व घरों में रहे थे। उन्होंने घटना को अंजाम देने व रेकी करने के लिए कार व बाइक का इस्तेमाल किया। उन्होंने देवघर में होटल में ठहरने के लिए फर्जी पहचान पत्र का प्रयोग किया था।

    एसपी ने कहा कि जिन होटल वालों की लापरवाही सामने आएगी, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यहां के सभी होटल, लाज, धर्मशाला वालों को निर्देश दिया है कि वे सभी ठहरने वालों का पहचान पत्र सही से लें। उनकी सही से जांच करें।

    इसकी सूचना पुलिस को दें। वहीं, घर वाले अगर किसी किराएदार को रखते हैं तो उसका पहचान पत्र लें। पुलिस को सूचित कर उनका पुलिस वेरिफिकेशन कराएं। बाद में अगर कोई घटना होती है और पता चलता है कि किसी के यहां कोई अपराधी ठहरा हुआ है तो उसके पनाह देने वालों पर भी सख्त कार्रवाई होगी।

    एसपी ने बताया कि मामले की जांच में सामने आया है कि इन लोगों ने कई फर्जी सिम का इस्तेमाल किया था। जिन लोगों ने इन अपराधियों को सिम उपलब्ध कराया वे भी पुलिस की रडार में है।

    वहीं, ऐसे मामलों में आरोपितों की संपत्ति को भी जब्त करने का प्रावधान है। इस दिशा में भी पुलिस कार्रवाई कर रही है। इनके बैंक खातों को भी सील कराया जाएगा। इनके आपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है।

    बुर्का उठते ही खुल गया भेद

    बैंक डकैती करने आए एक अपराधी ने बुर्का पहन रखा था। पुलिस ने बुर्के पर से पर्दा उठा दिया है। पर्दा उठते ही भेद भी खुल गया है। बुर्के में जो अपराधी आया था उसका नाम रितेश कुमार उर्फ छोटू हैं। बताया गया कि उसे पूरी तरह से लड़की की तरह सजाया गया था। ऐसा लोगों को झांसा देने के लिए किया गया था। ताकि लोगों को लगे की इस घटना को अंजाम देने में शामिल अपराधियों में एक लड़की भी थी। शुरु में ऐसा लगा भी था।

    लेकिन बाद में जांच में पता चल गया था कि असल में बुर्के के पीछे एक मर्द छुपा हुआ था। पुलिस ने उक्त बुर्के को भी बरामद कर लिया है। वहीं पुलिस जांच में पता चला है कि इस घटना में एक से अधिक गिरोह शामिल थे। इनका कनेक्शन बिहार से है।

    अभी कई और ही है तलाश, नगदी व गहना की खोज जारी

    बैंक डकैती कांड में अपराधियों ने करीब 1.70 करोड़ नगद और 2200 ग्राम सोने का गहना लूट लिया था। अब पुलिस को लूटे गए पैसे व सोने के बारे में पता लगाना है। पुलिस को पैसा व गहना रिसिव करने वालों के बारे में पुख्ता सबूत हाथ लगा है। उनकी तलाश जारी है।

    पुलिस को अभी भी डकैती की घटना में सीधे तौर पर शामिल तीन अपराधियों के साथ ही आधा दर्जन से अधिक अपराधियों की तलाश है। उनकी तलाश लगातार चल रही है। पुलिस को इस घटना में शामिल सभी आरोपितों के बारे में जानकारी मिल गयी है। बस अब पैसा, गहना व कुछ अन्य की गिरफ्तारी बाकी है।

    एसपी ने बताया कि अपराधियों की तलाश जारी है। अगर कोई लोकल आरोपित के शामिल होने के बात अभी शामिल हुई तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस मामले का अनुसंधान कर रही है।