जयराम का नाम सुन भड़के धनबाद के तीन MLA, बीबीएमकेयू के दीक्षा समारोह में राज्यपाल के भाषण को बीच में छोड़ हाल से निकल गए बाहर
बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (BBMKU) के दीक्षा समारोह में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार के संबोधन के दौरान तीन विधायक राज सिन्हा, मथुरा प्रस ...और पढ़ें

राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार को गुलदस्ता भेंट करते विधायक जयराम महतो। (फोटो-शाहिद)
जागरण संवाददाता, धनबाद। बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (BBMKU) का दीक्षा समारोह शुक्रवार को धनबाद के टाउन हॉल में आयोजित किया गया। रांची से पहुंचे झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार के संबोधन की शुरुआत के साथ ही कड़ाके की ठंड के बीच राजनीति गरमा गई।
राज्यपाल के भाषण और दीक्षा समारोह का बहिष्कार करते हुए भाजपा विधायक राज सिन्हा, झामुमो विधायक मथुरा प्रसाद महतो और भाकपा माले विधायक चंद्रदेव महतो उर्फ बबलू कार्यक्रम स्थल से बाहर निकल गए।
दरअसल, विवाद की शुरुआत राज्यपाल के संबोधन से हुई। राज्यपाल गंगवार ने अपने भाषण की शुरुआत में केवल डुमरी के विधायक जयराम महतो का नाम लिया। जबकि धनबाद के विधायक राज सिन्हा, टुंडी के विधायक मथुरा प्रसाद महतो और सिंदरी के विधायक चंद्रदेव महतो का नाम नहीं लिया गया।
सिर्फ जयराम महतो का नाम लिए जाने से तीनों विधायक स्वयं को अपमानित महसूस करते हुए कार्यक्रम का बहिष्कार कर बाहर निकल गए। धनबाद के विधायक राज सिन्हा इस दौरान काफी नाराज नजर आए। उन्होंने कहा, मेला देखने आए थे, मन भर गया और चल दिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रबंधन ने जिन अतिथियों के नाम लिखकर दिए थे, राज्यपाल ने उन्हीं का नाम लिया। उन्होंने कहा कि यह गलत है कि तीनों सीनेट सदस्य सह विधायकों का नाम राज्यपाल को दी गई सूची में शामिल नहीं था। कार्यक्रम जिस रूप में तय हुआ था, उसी अनुरूप नहीं हुआ, इसलिए वहां ठहरना उचित नहीं लगा।
वहीं टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन्हें सीनेट सदस्य के रूप में आमंत्रित किया था। एक दिन पहले हुए डेमो के अनुरूप कार्यक्रम नहीं होने से वे निराश हुए और इसलिए कार्यक्रम छोड़कर चले गए।
दूसरी ओर, जेएलकेएम विधायक जयराम महतो ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में उनका कोई दोष नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने अन्य विधायकों का नाम नहीं लिया, इस पर वे कुछ नहीं कह सकते।
इस विवाद के बावजूद मेडल पाने वाले छात्रों के चेहरे खुशी से चमकते रहे। गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले मेधावी छात्र निखिल चंद्र महतो और मिथलेश कुमार महतो ने कहा कि उन्हें समझ में नहीं आया कि तीनों विधायक अचानक क्यों उठकर चले गए। यदि किसी बात को लेकर नाराजगी थी तो कार्यक्रम समाप्त होने के बाद जाना चाहिए था, क्योंकि दीक्षा समारोह में मुख्य अतिथि राज्यपाल थे, जो राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति भी हैं।
विश्वविद्यालय ने नहीं दी कोई सूची
बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के पीआरओ मुकुंद रविदास ने स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालय की ओर से राज्यपाल को किसी भी प्रकार की सूची नहीं दी गई थी। अतिथियों से संबंधित सभी व्यवस्थाएं राजभवन द्वारा तय की जाती हैं।

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