Jharkhand News: चिकित्सकीय सेवा में धैर्य के साथ अनुशासन जरूरी, शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज में व्हाइट कोट सेरेमनी
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में व्हाइट कोट सेरेमनी का आयोजन किया गया। कालेज के प्रिंसिपल डॉक्टर संजय कुमार चौरसिया ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में छात्रों के लिए अलग-अलग हॉस्टल और अन्य सेवाएं हैं। यहां मन लगाकर सभी पढ़ाई करें। आने वाला समय उनका होगा। एक बड़े जन समुदाय की सेवा करने की उन पर जिम्मेदारी होगी।

जागरण संवाददाता, धनबाद । चिकित्सकीय सेवा मानव सेवा को समर्पित है। यहां धैर्य के साथ अनुशासन बेहद जरूरी है। ऐसे में यह पेशा दूसरे अन्य पेशा से काफी अलग है।
रात-दिन एक कर चिकित्सक अपने मरीज की जान बचाता है। यह बातें शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्रिंसिपल डॉक्टर संजय कुमार चौरसिया ने कहीं।
मंगलवार को मेडिकल कॉलेज में आयोजित 2025 26 बैच के नए एमबीबीएस स्टूडेंट्स के व्हाइट कोट सेरेमनी में वह बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में छात्रों छात्रों के लिए अलग-अलग हॉस्टल और अन्य सेवाएं हैं। यहां मन लगाकर सभी पढ़ाई करें।
आने वाला समय उनका होगा। एक बड़े जन समुदाय की सेवा करने की उन पर जिम्मेदारी होगी। अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर दिनेश कुमार गिंदौरिया ने सभी नए विद्यार्थियों को अनुशासन का पाठ पढ़ाया और उनके मंगल भविष्य की कामना की।
इस दौरान सभी विद्यार्थियों को वाइट कोट उपलब्ध कराया गया। विद्यार्थियों की एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू हो गई है। 11 अक्टूबर तक इंडक्शन क्लास चलेगा।
इसके बाद मुख्य सिलेबस की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। फिलहाल तीसरे राउंड का नामांकन अभी शुरू होना है।
अभी मेडिकल कॉलेज में मात्र 83 एमबीबीएस सीटों पर नामांकन हुआ है। मौके पर डॉक्टर रवि भूषण, डॉ सीएस सुमन, डॉ विनीत तिग्गा समेत अन्य मौजूद थे।
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