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    मां अंबे माइनिंग हादसे की अदालती जांच पर श्रम मंत्रालय लेगा निर्णय, DGMS ने भेजी प्राइमरी रिपोर्ट

    Updated: Tue, 09 Sep 2025 11:54 PM (IST)

    धनबाद के कतरास क्षेत्र में बीसीसीएल की एकेडब्ल्यूएमसी परियोजना में खदान दुर्घटना के बाद खान सुरक्षा निदेशालय ने श्रम मंत्रालय को रिपोर्ट भेजी है। प्रारंभिक जांच में हाईवाल बेंच फेल्योर और हाल रोड का ढहना पाया गया जिसके बाद खनन पर रोक लगा दी गई है। कोल इंडिया के चेयरमैन ने घटना की जानकारी ली है वहीं विपक्ष ने निष्पक्ष जांच की मांग की है।

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    मां अंबे माइनिंग हादसे की अदालती जांच पर श्रम मंत्रालय लेगा निर्णय

    आशीष अंबष्ठ, धनबाद। बीसीसीएल के कतरास एरिया में एकेडब्ल्यूएमसी परियोजना में मां अंबे आउटसोर्सिंग कंपनी पैच में हुई दुर्घटना के मामले में खान सुरक्षा महानिदेशालय ने केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय को रिपोर्ट भेज दी है।

    तीन से अधिक मौत हो जाने पर कोर्ट आफ इंक्वायरी पर मंत्रालय निर्णय लेता है। खान सुरक्षा महानिदेशालय सेंट्रल जोन के डिप्टी डायरेक्टर (माइंस) सुप्रियो चक्रवर्ती व उनकी टीम ने प्रारंभिक जांच में पाया कि हाईवाल बेंच फेल्योर के अलावा हाल रोड भी कोलैप्स (ढह गई) हुई।

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    प्रारंभिक जांच में आए निष्कर्ष के बाद डीजीएमएस ने रविवार से खनन पर रोक लगा दी है। डीजीएमएस सूत्रों ने बताया कि कोर्ट आफ इंक्वायरी प्रक्रिया के तहत जांच करने वाले व्यक्ति को सिविल कोर्ट की शक्ति मिलती है, जो गवाहों को बुलाने और दस्तावेज की मांग करने के लिए आवश्यक है।

    श्रमिक, अधिकारी या अन्य संबंधित पक्ष गवाहों से जिरह कर सकते हैं, अपने पक्ष में गवाह और दस्तावेज पेश कर सकते हैं, जांच में शामिल हो सकते हैं। इससे पहले धनबाद की नगदा, गजलीटांड़, चासनाला खदान और ईसीएल राजमहल खदान हादसे की कोर्ट आफ इंक्वायरी हो चुकी है।

    इधर, मंगलवार को कोल इंडिया के चेयरमैन पीएम प्रसाद ने मां अंबे माइनिंग कंपनी के पैच में हुई दुर्घटना के मामले में कोल इंडिया के जीएम सेफ्टी से जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि आठ लोगों की मौत हुई है। इनमें छह आउटसोर्सिंग कर्मी शामिल हैं।

    चेयरमैन ने इस दौरान खदान के अंदर बाहरी लोगों के हो रहे प्रवेश के मुद्दे पर भी जीएम सेफ्टी से बात की। इसपर जीएम सेफ्टी ने सुरक्षा में हुई चूक की बात स्वीकारी।

    विपक्ष ने घेरा

    इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने पूरे मामले की निष्पक्षता से जांच के लिए कोर्ट आफ इंक्वायरी को जरूरी बताया। कहा- जब तक जांच नहीं होगी, पूरा मामला सामने नहीं आएगा।

    दोषी पर कार्रवाई सुनिश्चित हो। गिरडीह के सांसउ चंद्र प्रकाश चौधरी ने कहा कि बीसीसीएल की रामकनाली कांटा पहाड़ी की घटना दुखद है। कोर्ट आफ इंक्वायरी से ही सच्चाई सामने आएगी। संबंधित मंत्रालय से मिलकर अपनी बात रखेंगे। सदन में भी मामला उठायाएंगे।

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