Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सीएलसी विवाद से नाराज विधायक अरूप चटर्जी ने निरसा पॉलिटेक्निक कॉलेज में जड़ा ताला, नामांकन हुए बाधित

    Updated: Mon, 11 Aug 2025 04:23 PM (IST)

    धनबाद के निरसा में विधायक अरूप चटर्जी ने राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में तालाबंदी कर दी क्योंकि एक छात्र अरविंद कुमार को सीएलसी के बिना नामांकित नहीं किया गया था। कॉलेज प्रबंधन ने नियमों का हवाला देते हुए नामांकन से इनकार कर दिया जिससे विधायक नाराज हो गए। तालाबंदी के कारण नामांकन प्रक्रिया बाधित हुई और दूर-दूर से आए छात्र नामांकन की उम्मीद में परिसर में इंतजार कर रहे हैं।

    Hero Image
    राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज निरसा में तालाबंदी। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, निरसा (धनबाद)। अरविंद कुमार नामक छात्र का नामांकन नहीं लेने से भड़के विधायक अरूप चटर्जी ने सोमवार को राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज निरसा में तालाबंदी कर सभी कर्मियों को बाहर निकाल दिया।

    इससे कॉलेज में नामांकन कार्य बंद हो गया। कई छात्र नामांकन नहीं करा सके। जबकि आज नामांकन की अंतिम तिथि थी।

    कॉलेज प्रबंधन ने बताया कि छात्र अरविंद कुमार बिना सीएलसी दिए नामांकन लेने के लिए आया हुआ था। जब उससे सीएलसी की मांग की गई तो 15 दिनों का समय मांगा और नामांकन ले लेने की बात कही।

    भड़क गए विधायक

    इसपर प्रबंधन ने कहा कि बिना सीएलसी के हमलोग किसी भी छात्र का नामांकन नहीं ले सकते हैं। यह नियम के विरुद्ध होगा। अरविंद के नामांकन नहीं लेने के बारे में जब विधायक अरूप चटर्जी को जानकारी हुई तो वह काफी नाराज हो गए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कॉलेज प्रबंधन पर तत्काल अरविंद का नामांकन ले लेने तथा 15 दिनों के अंदर सीएलसी जमा करा देने की बात कही। मगर प्रबंधन इसके लिए तैयार नहीं हुआ और बिना सीएलसी के अरविंद का नामांकन लेने से साफ इनकार कर दिया।

    नामांकन करवाने आए विद्यार्थियों एवं उनके विभाग को समझाते कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गणेश प्रसाद एवं अन्य।

    इससे नाराज विधायक चटर्जी कॉलेज पहुंचे तथा संस्थान से सभी लोगों को निकाल कर तालाबंदी कर दी। इसके कारण अन्य बच्चों का भी नामांकन बंद हो गया। कॉलेज में नामांकन के लिए झारखंड के विभिन्न जिलों से विद्यार्थी आए हुए हैं।

    नामांकन करवाने आए विद्यार्थी संस्थान परिसर में इस उम्मीद में रुके हुए हैं कि शायद उनका नामांकन हो जाए।