बड़कागांव में ग्रामीणों का उग्र प्रदर्शन, कर्मचारी पैदल जाने को मजबूर;कंपनियों के सामने रखी ये मांगे
बड़कागांव में युवा विस्थापित संघर्ष मोर्चा के नेतृत्व में भू रैयतों ने कट ऑफ डेट मुआवजा और रोजगार की मांग को लेकर उग्र प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कंपनी का ट्रांसपोर्टिंग रोक दिया और कर्मचारियों को पैदल जाने पर मजबूर कर दिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया।

संवाद सूत्र, बड़कागांव (हजारीबाग)। कट ऑफ डेट, मुआवजा और रोजगार की मांग को लेकर सोमवार को युवा विस्थापित संघर्ष मोर्चा के बैनर तले भू रैयतों और ग्रामीणों ने उग्र प्रदर्शन किया।
बड़कागांव 13 माइल समेत कई स्थानों पर ग्रामीणों ने कंपनी की ट्रांसपोर्टिंग रोक दिया। इतना ही नहीं, कंपनियों में काम करने जा रहे कर्मचारियों को भी रोक कर उन्हें पैदल जाने पर मजबूर कर दिया।
अचानक हुए आंदोलन से माहौल तनावपूर्ण हो गया और देखते ही देखते बड़ी संख्या में ग्रामीण और रैयत जुट गए। दूसरी ओर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
हजारीबाग एसडीएम, पुलिस एसडीपीओ, बड़कागांव थाना अंचल निरीक्षक और बड़कागांव बीडीओ के नेतृत्व में प्रशासन ने मोर्चा संभाला। दोनों पक्षों के बीच गहमागहमी का माहौल रहा, लेकिन अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद धीरे-धीरे स्थिति शांत हो सकी।
ग्रामीणों का कहना है कि कंपनियां लगातार उनकी उपेक्षा कर रही हैं और विस्थापितों को रोजगार देने का वादा पूरा नहीं हुआ है। साथ ही कट ऑफ डेट और मुआवजा को लेकर भी लटकते मामलों ने असंतोष बढ़ा दिया है। प्रशासन ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया है कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।
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