हजारीबाग में ग्रामीणों ने घेरा बड़कागांव थाना, मामला दर्ज होने के बाद बढ़ा विवाद
बड़कागांव में मुआवजा शिविर में झड़प के बाद ग्रामीणों पर मामला दर्ज होने से नाराज लोगों ने थाने का घेराव किया। सुबह 5 बजे से ग्रामीण पुलिस कार्रवाई रद करने और गिरफ्तार लोगों को रिहा करने की मांग कर रहे हैं। उनका आरोप है कि पुलिस ने बिना सबूत के ग्रामीणों को गिरफ्तार किया है।

संवाद सूत्र, बड़कागांव (हजारीबाग)। मुआवजा शिविर के दौरान हुए झड़प के बाद पुलिस द्वारा सैकड़ों ग्रामीणों पर मामला दर्ज किए जाने के विरोध में गुरुवार सुबह 5 बजे से ही ग्रामीणों ने बड़कागांव थाना का घेराव कर दिया है।
आक्रोशित ग्रामीण बड़ी संख्या में थाना परिसर के बाहर जुट गए और पुलिस कार्रवाई को रद करने की मांग कर रहे हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि बुधवार रात पुलिस ने बादम गांव से दामोदर साव, विक्की गुप्ता, बालो गुप्ता तथा हरली से टिकेश्वर महतो और देवनारायण महतो को घर से उठाकर थाने ले आई, जिससे आक्रोश फैल गया।
उनका कहना है कि बिना किसी ठोस सबूत के ग्रामीणों को गिरफ्तार किया गया है। मौके पर बड़ी संख्या में महिला-पुरुष डटे रहे और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।
गिरफ्तार लोगों को करें रिहा
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि जब तक गिरफ्तार लोगों को रिहा नहीं किया जाता और दर्ज मामले वापस नहीं लिए जाते, आंदोलन जारी रहेगा।
स्थिति को देखते हुए थाना परिसर के आसपास अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील की है, जबकि ग्रामीण न्याय की मांग पर अड़े हुए हैं।
मालूम हो दो दिन पहले एनटीपीसी की मुआवजा शिविर में जमकर बवाल हुआ था। पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प में एनटीपीसी के कई पदाधिकारी घायल हो गए थे। इस घटना के बाद ही पुलिस ने मामला दर्ज कर ग्रामीण पर कार्रवाई की है। इसे लेकर आक्रोश पर पनप रहा है।
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