हजारीबाग में उग्रवादियों का उत्पात, 6 गाड़ियों में लगाई आग; ऑपरेटरों के साथ की जमकर मारपीट
हजारीबाग के चरही थाना क्षेत्र में टीपीसी उग्रवादियों ने सीसीएल की तापीन नॉर्थ परियोजना पर हमला किया। आरकेएस कंपनी के छह वाहनों में आग लगा दी गई ऑपरेटरों के साथ मारपीट भी की गई। उग्रवादियों ने कंपनी से काम बंद करने की चेतावनी दी और मौके पर पोस्टर चिपकाए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

संवाद सहयोगी, हजारीबाग। चरही थाना क्षेत्र स्थित सीसीएल की तापीन नॉर्थ परियोजना में शनिवार की रात उग्रवादियों ने बड़ा हमला बोला।
देर रात बारह से एक बजे के बीच तृतीय प्रस्तुति कमेटी (टीपीसी) से जुड़े उग्रवादियों के दस्ते ने आउटसोर्सिंग कंपनी आरकेएस की खड़ी गाड़ियों को निशाना बनाया।
उग्रवादियों ने पोकलेन और हाइवा समेत छह भारी वाहनों में पेट्रोल-डीजल निकाल कर आग लगा दी। देखते ही देखते गाड़ियों में आग की लपटें उठने लगीं और आसपास दहशत का माहौल फैल गया।
घटना के दौरान उग्रवादियों ने ड्यूटी पर मौजूद ऑपरेटरों और कर्मियों के साथ मारपीट भी की। उन्हें धमकाया कि यदि कंपनी ने काम बंद नहीं किया तो और बड़ी कार्रवाई की जाएगी।
घटना को अंजाम देने के बाद उग्रवादी संगठन ने मौके पर पोस्टर चिपका कर कंपनी को काम बंद करने की सख्त चेतावनी दी।
आरकेएस कंपनी पिछले चार वर्षों से सीसीएल की इस परियोजना में कोयला खनन का कार्य कर रही है। कंपनी के वाहनों पर हमला और आगजनी की यह घटना अब तक की सबसे बड़ी वारदात मानी जा रही है।
पुलिस ने पोस्टर किया बरामद
घटना की जानकारी मिलने पर चरही थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की। पुलिस ने घटनास्थल से पोस्टर बरामद किया है और मामले की जांच तेज कर दी है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, व्यू प्वाइंट पर कई गाड़ियां खड़ी थीं, जिन पर उग्रवादियों ने एक साथ हमला किया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि दूर-दूर तक दिखाई दे रही थीं। घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोग सहम गए।
ग्रामीणों ने बताया कि उग्रवादी पिछले कुछ दिनों से इस इलाके में सक्रिय थे और कंपनियों को निशाना बनाने की धमकी दे रहे थे।
घटना के बाद पूरे इलाके में खौफ का माहौल है। सीसीएल प्रबंधन और पुलिस प्रशासन ने इसे गंभीर चुनौती माना है।
दोषियों पर होगी कार्रवाई
पुलिस ने कहा कि उग्रवादियों के खिलाफ सघन अभियान चलाया जाएगा और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। इधर, सीसीएल प्रबंधन ने भी कर्मचारियों और कंपनी कर्मियों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया है।
गौरतलब है कि उग्रवादी संगठन टीपीसी अक्सर खनन कंपनियों से लेवी की मांग करता रहा है और लेवी को लेकर इस घटना को अंजाम दिया गया है।
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