Jharkhand Health News: अब स्कूटी पर पहुंचेगी स्वास्थ्य सेवा, हजारीबाग में 50 एएनएम को मिलेगा वाहन
ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को तेज और आसान बनाने के लिए हजारीबाग जिला प्रशासन ने एक नई पहल शुरू की है। इस पहल के तहत जि ...और पढ़ें

विकास कुमार, हजारीबाग । ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को तेज और आसान बनाने के लिए हजारीबाग जिला प्रशासन ने एक नई पहल शुरू की है। इस पहल के तहत जिले की 50 एएनएम को सीएसआर मद से स्कूटी उपलब्ध कराई जाएगी।
एनटीपीसी की ओर से इस योजना के लिए राशि दी जा रही है, जिससे जल्द ही स्वास्थ्य सेवा का नया अध्याय शुरू होने वाला है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, कई ऐसे गांव हैं जहां सड़कें तो हैं, लेकिन एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंच पाती।
कई स्थानों पर पहुंच ही नहीं हो पाती और महिलाओं, बच्चों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता। ऐसे में एएनएम को स्कूटी देने का निर्णय लिया गया है ताकि वे समय पर टीकाकरण, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाएं और प्राथमिक चिकित्सा जैसी जरूरी सुविधाएं पहुंचा सकें।
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि स्कूटी लेने से पहले प्रत्येक एएनएम को ड्राइविंग स्कूल में प्रशिक्षण लेकर परीक्षा देनी होगी। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वाहन सुरक्षित तरीके से चलाया जाए और स्कूटी का सदुपयोग हो।
चयन प्रक्रिया में भी पारदर्शिता और सतर्कता बरती जा रही है। पात्र एएनएम की सूची तैयार की जा रही है और जिनके पास पहले से ड्राइविंग का अनुभव है, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।
एनटीपीसी द्वारा उपलब्ध कराई जा रही CSR Fund से इन स्कूटी का प्रबंध किया जाएगा। राशि उपलब्ध होते ही टेंडर की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी। अनुमान है कि आने वाले एक महीने के भीतर स्कूटी वितरण का काम शुरू हो जाएगा।
शुरुआत में खनन क्षेत्र बड़कागांव व केरेडारी से इसकी शुरूआत हो सकती है। वर्तमान में हजारीबाग जिले के ग्रामीण इलाकों में करीब 325 एएनएम है। इनके जिम्मे गर्भवती महिलाओं की टीकाकरण और स्वास्थ्य जांच व संस्थागत प्रसव कराना है।
साथ ही बच्चों का नियमित टीकाकरण, Family planning को लेकर लोगों को जागरूक करना और इसकी सामग्री का वितरण करना, लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी देकर आवश्यक परामर्श देना, टीबी मलेरिया कुष्ठ रोग के संभावित मरीज के मिलने पर उनकी जांच कराना आदि शामिल है।
भविष्य की योजना भी तैयार
उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह द्वारा की गई पहल पर यह योजना सिर्फ पहले चरण तक सीमित नहीं है। 50 एएनएम को स्कूटी मिलने के बाद जरूरत और प्रतिक्रिया के आधार पर आगे और भी एएनएम को इस सुविधा से जोड़ा जाएगा।
इससे हजारीबाग जिले के सुदूर इलाकों में रहने वाले लोगों को समय पर स्वास्थ्य सेवा मिल सकेगी और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा। इस पहल से उम्मीद है कि गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं की तस्वीर बदलेगी और एएनएम को भी अपना काम और बेहतर तरीके से करने में मदद मिलेगी।
ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं को तत्काल पहुंचाने में इससे मदद मिलेगी। एएनएम अपना काम और बेहतर तरीके से कर सकेंगी। स्कूटी के लिए सही पात्र का चयन हो इसका भी विशेष ध्यान रखा जाएगा। इससे योजना का संचालन बेहतर तरीके से हो सकेगा।
- शशि प्रकाश सिंह, उपायुक्त हजारीबाग।

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